Darbhanga News: दरभंगा. लनामिवि के दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के 19 शिक्षाकर्मियों को विवि मुख्यालय एवं बीएड नियमित विभाग में प्रतिनियोजित किया गया है. कुलपति प्रो. संजय कुमार चौधरी के निर्देश पर प्रभारी कुलसचिव प्रो. अशोक कुमार मेहता ने इस बावत अधिसूचना जारी कर दी है. जारी अधिसूचना के अनुसार प्रतिनियुक्त किये गए शिक्षाकर्मियों का वेतन भुगतान दूरस्थ शिक्षा निदेशालय से ही होगा. इससे पहले प्रतिनियुक्ति स्थल से उनकी अनुपस्थिति रिपोर्ट ली जायेगी. बता दें कि डीडीइ में कुल 40 शिक्षाकर्मी हैं. इस तरह से अब वहां 21 कर्मी शेष रह गये हैं. वहीं अधिकारी वर्ग पूरी तरह से खाली हो गया है.
बीएड नियमित विभाग भेजे गये डॉ शंभू एवं डॉ अखिलेश
प्राप्त जानकारी के अनुसार डीडीइ के सहायक प्राध्यापक डॉ शंभू प्रसाद, डॉ अखिलेश कुमार मिश्रा, आनंद मोहन, डॉ सगुफ्ता जबीं को बीएड नियमित विभाग में प्रतिनियुक्त किया गया है. सहायक लाइब्रेरियन सीमा झा, सहायक अशोक कुमार चौधरी तथा पिउन संजय कुमार को भी बीएड नियमित विभाग भेज दिया गया है.परीक्षा विभाग में प्रतिनियुक्त हुए लेखा सहायक
लेखा सहायक विमलकांत झा, राजेश कुमार श्रीवास्तव को विवि के परीक्षा विभाग के लेखा शाखा में प्रतिनियुक्त किया गया है. सहायक रंजन झा एवं रंजन कुमार सिंह को परीक्षा विभाग, सहायक प्रमोद दास, डिस्पेच क्लर्क कृष्ण कुमार सिंह को परीक्षा विभाग के प्रमाणपत्र शाखा, कंप्यूटर आपरेटर संतोष कुमार राय को परीक्षा विभाग, कंप्यूटर आपरेटर सुनील कुमार पासवान, कुमार सुरेंद्र को विवि मुख्यालय के दावा शाखा, एटेंडेंट सुशील कुमार को लेखा शाखा (सामान्य), बुक बाईंडर राजेश कुमार को विवि प्रेस, अबनीश चौधरी को गांधी सदन गेस्ट हाउस में प्रतिनियुक्त किया गया है.शिक्षाकर्मियों की प्रतिनियुक्ति से चर्चा का बाजार गर्म
इधर, इतनी संख्या में शिक्षाकर्मियों की डीडीइ से अन्य विभागों में प्रतिनियुक्ति की अधिसूचना जारी होते ही चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया. लोग इसे दूरस्थ शिक्षा निदेशालय को बंद करने की योजना का हिस्सा बता रहे थे. वहीं विवि सूत्रों की माने तो विवि को अगर ऐसा करना होता, तो प्रतिनियुक्त नहीं कर सभी को सेवा मुक्त कर दिया जाता. ऐसी कोई योजना नहीं है. दूरस्थ शिक्षा निदेशालय में नामांकन की संभावना का अवसर अभी भी विवि तलाश रहा है.2020 से डीडीइ में नामांकन बंद
दूरस्थ शिक्षा निदेशालय में वर्ष 2020 से ही नामांकन पर रोक है. नामांकन बंद रहने से कर्मचारी के अनुरूप वर्कलोड काफी कम हो गया था. जानकारी के अनुसार ऐसे में कर्मचारियों की उपयोगिता सुनिश्चित कराने के नजरिये से यह प्रतिनियुक्ति की गयी है.विभिन्न प्रमाण पत्र लेने प्रतिदिन पहुंचते करीब 100 छात्र-छात्राएं
निदेशालय से पास आउट करीब 100 छात्र- छात्रा प्रतिदिन विभिन्न प्रमाणपत्र के लिए डीडीइ पहुंचते हैं. उन्हें ससमय पूर्व की तरह प्रमाणपत्र कैसे मिल सकेगा, यह तय नहीं किया गया है. वह ऐसे की प्रभारी निदेशक स्वयं विवि के परीक्षा नियंत्रक पद का दायित्व निभा रहे हैं. जबकि उप निदेशक एवं सहायक निदेशक को बीएड नियमित विभाग में प्रतिनियुक्त कर दिया गया है. प्रमाणपत्र निर्गत करने से पूर्व, उसके सत्यापन के लिये स्थायी रूप से अब एक भी पदाधिकारी डीडीइ में नहीं हैं.
अधिकारी की होगी वैकल्पिक व्यवस्था
प्रभारी निदेशक डीडीइ प्रो. विनोद कुमार ओझा ने बताया कि डीडीइ में एक अधिकारी की वैकल्पिक व्यवस्था की जायेगी. प्रमाण पत्र निर्गत होने से पूर्व उसके सत्यापन के लिये यह जरूरी है. इस पर निर्णय लिया जा रहा है.
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