प्रतिनिधि, बिहटा
एयरफोर्स परिसर स्थित ऐतिहासिक सूर्य मंदिर पर तेंदुआ की वजह से इस बार की छठ पूजा पर ग्रहण लगता दिख रहा है. एक तरफ बीते आठ दिनों से तेंदुआ की चहलकदमी से एयरफोर्स कर्मियों के बीच खौफ बना हुआ है, धनतेरस और दीपावली जैसे त्योहार डर के साये में मनायी गयी. वहीं वायुसेना केन्द्र परिसर में गोखुलपुर गांव की ओर अतिप्राचीन सूर्य मंदिर है फिलहाल एयरफोर्स प्रशासन द्वारा मंदिर में पूजा पाठ पर अगले आदेश तक रोक लगा दी गयी है, जिसके बाद आसपास गांव के ग्रामीणों ने विरोध करना शुरू कर दिया है. शुक्रवार को सूर्य मंदिर के आसपास साफ-सफाई को लेकर जब स्थानीय लोग एयरफोर्स के गोखुलपुर गेट के पास पहुंचे तो गेट बंद देखा और किसी को अंदर जाने पर भी रोक लगा दी गयी है. जिसे लेकर ग्रामीणों के द्वारा विरोध जताया गया. दरअसल एयरफोर्स केन्द्र के प्रांगण स्थित सूर्य मंदिर का इतिहास बहुत पुराना है. दूर-दूर से हजारों श्रद्धालु वर्षों से छठ पूजा करने आते हैं. कहा जाता है एयरफोर्स स्टेशन बनने से पहले का गोखुलपुर गांव स्थित अतिप्राचीन सूर्य मंदिर है, इससे पहले एयरफोर्स प्रशासन के द्वारा मंदिर में पूजा-पाठ पर कभी रोक नहीं नहीं लगायी गयी थी, लेकिन इस बार तेंदुआ के वजह से लोगों के आने-जाने और पूजा-पाठ पर रोक लगा दी गयी है. ग्रामीण महिला डिंपल देवी ने बताया कि सूर्य मंदिर वर्षों पुराना है. यहां हर साल छठ पूजा करने के लिए कई जिला के साथ आसपास इलाकों के श्रद्धालु आते हैं, लेकिन इस बार तेंदुआ दिखने के कारण पूजा-पाठ और आने-जाने पर रोक लगा दी गयी है. साथ ही मुख्य गेट को भी बंद कर दिया गया है. बिहटा नगर परिषद के वार्ड 1 पार्षद सुमन सिंह उर्फ गोपाल चौहान ने बताया कि सभी जगह छठ पूजा को लेकर साफ-सफाई हो रही है. वहीं बिहटा नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड एक स्थित गोखुलपुर सूर्य मंदिर में इस बार एयरफोर्स प्रशासन ने तेंदुआ के कारण पूजा-पाठ पर रोक लगाने के बाद गेट बंद कर दिया है. इधर वन विभाग के डीएफओ गौरव ओझा ने बताया कि हमारी टीम तत्परता के साथ कांबिंग कर रही है. छठ पूजा से पहले तेंदुआ को पकड़ने में सफलता मिले, इसके लिए कार्रवाई तेज कर दी गयी है ताकि श्रद्धालुओं को पूजा-पाठ करने में कोई परेशानी नहीं हो.
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