चक्रधरपुर में शनिवार सुबह 9.20 बजे आये भूकंप के झटके से लोग डरे व सहमे थे. किसी बड़ी तबाही की कल्पना करते हुये लोग अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित जगहों पर जा रहे थे. पर पठारी इलाका होने के कारण जान-माल का नुकसान नहीं हुआ. भूकंप के झटके से रेलवे पूरी तरह सतर्क हो गयी. भूकंप दो सेकेंड का था. रेल पटरी फैलने व दरार आने की संभावना जताते हुए रेलवे ने करीब डेढ़ घंटे तक ट्रेनों का परिचालन ठप कर दिया. चक्रधरपुर से खरसावां स्टेशन तक रेलवे पटरियों की जांच की गयी. रेलवे की इंजीनियरिंग टीम ने रेलवे पटरियों की जांच की. सुरक्षा व संरक्षा की दृष्टिकोण से ट्रैक से जुड़े सभी उपकरणों पर नजर दौड़ायी. रेलवे के इंजीनियरों ने रेलवे पटरी को फिट दी. इसके बाद यात्री ट्रेनों का परिचालन शुरू किया गया. इस दौरान 12859 मुंबई-हावड़ा गीतांजलि एक्सप्रेस ट्रेन करीब सवा घंटे तक चक्रधरपुर स्टेशन पर खड़ी रही. यह ट्रेन सुबह 9.46 बजे से 11 बजे तक चक्रधरपुर स्टेशन में रुकी रही.
भूकंप के झटके से सीनी रेलवे ट्रेनिंग स्कूल की दीवार में दरार आ गयी है. यह ट्रेनिंग ले रहे रेलकर्मियों ने यह जानकारी दी है. रेलकर्मियों में भय व्याप्त है. अभ्यर्थियों ने भवन को दुरुस्त करने की मांग की है.
घंटों विलंब से चल रही मुंबई की ट्रेनें मुंबई से आने व जाने वाली सभी ट्रेनें घंटो देर से चल रही है. शनिवार को मुंबई-हावड़ा गीतांजलि एक्सप्रेस ट्रेन का निर्धारित समय सुबह 7.20 बजे है, करीब ढाई घंटे विलंब से चक्रधरपुर पहुंची. इसके अलावे निर्धारित समय रात 10.45 है, यह ट्रेन करीब साढ़े तीन घंटे देर सुबह 3.18 बजे चक्रधरपुर पहुंची. रेलवे ने पूर्व में ही रीशिड्युल होने की जानकारी यात्रियों को दे दी है. इससे ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों को परेशानी नहीं हो रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है