Muzaffarpur News: कलेक्ट्रेट में आत्मदाह करने वाले बिंदालाल गुप्ता की मौत के मामले में एनएचआरसी ने जिले के डीएम और एसएसपी को तलब किया है. एनएचआरसी ने मामले को अतिगंभीर माना है. साथ ही इसे मानवाधिकार का गंभीर उल्लंघन भी बताया है. आयोग ने डीएम और एसएसपी को मामले में कार्रवाई करते हुए आठ सप्ताह में रिपोर्ट मांगी है. मानवाधिकार अधिवक्ता एसके झा ने एनएचआरसी व बीएचआरसी में याचिका दायर कर मामले की न्यायिक जांच की मांग की थी, जिस पर सुनवाई करते हुए एनएचआरसी ने यह आदेश दिया है.
2014 में मिली थी तीन डिसमिल जमीन
बता दें कि जमीन पर दखल कब्जा नहीं मिलने से परेशान होकर कलेक्ट्रेट में आत्मदाह करने वाले कांटी कस्बा के बिंदलाल गुप्ता की एसकेएमसीएच में मौत हो गयी थी. वर्ष 2014 में उन्हें तीन डिसमिल जमीन भू-हदबंदी से प्राप्त हुई थी. उस पर वह घर बनाना चाहते थे, लेकिन पड़ोसी उस जमीन पर उन्हें कब्जा नहीं दे रहे थे. अधिकारियों तक गुहार के बाद भी उन्हें जमीन पर कब्जा नहीं मिल रहा था.
छठ बाद उमड़ेगी यात्रियों की भीड़
इधर मुजफ्फरपुर जंक्शन का चल रहे नवनिर्माण कार्य के बीच छठ पूजा के बाद उमड़ने वाली यात्रियों की भीड़ को कंट्रोल करने की रणनीति बनाने में रेलवे जुट गया है. रेलवे की तरफ से सात नवंबर तक तैयारी पूरी करने का निर्देश दिया गया है. स्थानीय स्तर पर पदाधिकारी लगातार मीटिंग कर व्यवस्था की मॉनिटरिंग कर रहे हैं.
पाथ वे के निर्माण पर आपत्ति जतायी गई है
शनिवार को स्टेशन प्रबंधक अखिलेश कुमार सिंह, डीसीआइ नीरज कुमार पांडेय, आरपीएफ इंस्पेक्टर मनीष कुमार और जीआरपी प्रभारी रंजीत कुमार ने संयुक्त रूप से क्राउड मैनेजमेंट की तैयारी का निरीक्षण किया. इस दौरान कई कमियां मिली, जिसपर टीम ने सवाल उठाया है. आरएलडीए की ओर से किये गये पाथ-वे के निर्माण पर आपत्ति जतायी गयी है. इसके अलावा होल्डिंग एरिया की घेराबंदी और बैरिकेडिंग शुरू नहीं की गयी. इस पर भी टीम ने आपत्ति जताई है.