मोहनिया सदर. प्रखंड अंतर्गत भरखर पंचायत में लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी (भारत सरकार) मंसूरी से प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे भारतीय प्रशासनिक सेवा (आइएएस) के 12 अधिकारियों के छह बैच नौ से 17 नवंबर तक फील्ड स्टडी एंड रिसर्च प्रोग्राम (एफएसआरपी) फार 99 वां फाउंडेशन कोर्स के अंतर्गत शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में सरकार द्वारा संचालित सभी योजनाओं का अध्ययन करेंगे. इसके लिए उक्त पदाधिकारी सरकारी तंत्रों के अलावा जनप्रतिनिधियों व आम लोगों से भी विचार विमर्श करेंगे. आने वाले इन अधिकारियों का सहयोग करने के लिए जिला भू अर्जन पदाधिकारी डॉ संजीव कुमार सज्जन को नोडल पदाधिकारी व उप विकास आयुक्त ज्ञान प्रकाश को वरीय पदाधिकारी के रूप में प्राधिकृत व प्रतिनियुक्त किया गया है. इस आशय का पत्र एलबी शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी मंसूरी के उप निदेशक व जिलाधिकारी सावन कुमार द्वारा जारी किया गया है. # इन विषयों पर करेंगे चर्चा व अध्ययन प्रशिक्षु आइएएस अधिकारियों के आगमन के बाद जिलाधिकारी सावन कुमार द्वारा उन अधिकारियों को जिले के बारे में जानकारी दी जायेगी व अगले दिन समग्र शहर विकास के अंतर्गत नगर पालिका में बुनियादी सुविधाएं व बुनियादी ढांचा एसबीए अपशिष्ट प्रबंधन ओडीएफ प्लस और जल प्लस नागरिक केंद्रित-सेवा-नगर पालिका अपशिष्ट प्रबंधन नागरिक शिकायतों के निवारण की प्रक्रिया का वर्णनात्मक विवरण के साथ दिया जायेगा. इसके बाद चिकित्सकों, अस्पताल कर्मियों व नागरिकों सहित स्वास्थ्य और स्वच्छता के मुद्दों पर अस्पताल के अधिकारियों के साथ संबंधित पदाधिकारी वार्तालाप करेंगे. मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी, डॉक्टर, नर्स और नागरिकों सहित अस्पताल के पदाधिकारी, शहरी चिकित्सा सुविधाओं और स्वास्थ्य स्थितियों, स्वच्छता आदि पर कथात्मक रिपोर्ट देंगे. नगरपालिका विद्यालय का करेंगे दौरा इसके बाद नगरपालिका विद्यालय का दौरा और स्कूल स्तर के पदाधिकारियों के साथ बैठक, जिसमें प्रधानाध्यापक, शिक्षक और विद्यार्थी शामिल होंगे. नगर पालिका विद्यालय शहरी क्षेत्र की समग्र शिक्षा स्थिति स्कूल के बुनियादी ढांचे, सुविधाओं, छात्र प्रवेश, व्यावसायिक पर वर्णनात्मक विवरण साझा किया जायेगा. इसके बाद स्लम क्षेत्र का दौरा गरीब बस्तियों वाले वार्डों का दौरा करना, वार्ड स्तर के पदाधिकारी के साथ बातचीत करना और नागरिक केंद्रित सेवा, गरीब बस्ती विकास योजनाओं, गरीबी और आजीविका आदि पर ध्यान केंद्रित करना, झुग्गी झोंपड़ी में रहने वाले लोग, वार्ड स्तर के अधिकारी और पदाधिकारी, गरीब बस्तियां के क्षेत्र, स्लम क्षेत्र, बुनियादी सुविधाएं, नागरिक सेवा संस्थान, आजीविका, गरीबी, एसबीएम तथा अपशिष्ट प्रबंधन पर विस्तार से जानकारी प्राप्त करेंगे. इसके साथ ही ठोस व तरल अपशिष्ट प्रबंधन संयंत्र व डंपिंग साइट का दौरा करेंगे. अपशिष्ट प्रबंधन, संयंत्रों, डंपिंग स्थलों का दौरा, स्वच्छता कार्यकर्ताओं, स्थानीय नागरिकों के साथ अवलोकन और चर्चा, पर्यावरण संबंधी मुद्दों पर सामुदायिक परामर्श, स्वच्छता कार्यकर्ताओं और समुदाय डंपिंग साइट, अपशिष्ट प्रबंधन संयंत्र और अन्य अपशिष्ट निपटान प्रणाली, शहर में एसबीएम और अपशिष्ट प्रबंधन पर कथा लेखन, हरितं शहर टिकाऊ आदि के लिए सुझाव भी लेंगे. स्वच्छता कार्यकर्ताओं के साथ करेंगे जानकारी साझा इसके बाद सार्वजनिक स्थल की साफ सफाई के लिए श्रमदान, एक निर्दिष्ट क्षेत्र से अपशिष्ट, कचरा एकत्र करना, स्वच्छता कार्यकर्ताओं और समुदाय के साथ जानकारी साझा करेंगे. सार्वजनिक स्थल व स्वच्छ भारत मिशन और श्रमदान के महत्व पर अध्ययन करेंगे. ग्राम विसर्जन पैदल चलना, लेनदेन करना, सभी सामाजिक श्रेणियों का प्रतिनिधित्व करने वाले ग्रामीणों को शामिल करके व्यायाम करेंगे. इसके अलावा अधिकारी प्रशिक्षु संस्थागत गतिविधियों को समझने के लिए स्थानीय संस्थाओं जैसे स्कूल, आंगनबाड़ी, पीएचसीएम पंचायत कार्यालय और गांव के अन्य संस्थाओं का दौरा करेंगे. स्थानीय लोग और गांव के प्रमुख मुखबिर और लाइन विभाग के अधिकारी, संपूर्ण ग्राम व ग्राम स्तरीय संस्थाएं, गांव की संस्कृत भूगोल, सामाजिक, आर्थिक, स्थितियों और आजीविका, जल संरक्षण, संचयन प्रथाओं, जनसंख्यिकीय विशेषताओं को समझने के लिए स्थानीय लोगों के साथ बातचीत ट्रांजेक्शन, वॉक के दौरान स्वास्थ्य, शिक्षा व स्वच्छता संबंधी अधिकारियों से बातचीत करेंगे. श्रमदान के महत्व पर करेंगे चर्चा इसी क्रम में सहभागी मानचित्र के लिए इस कार्य को करने के लिए ग्रामीणों के साथ बैठक की जायेगी. रंगीन पाउडर, चाक या स्थानीय मानचित्र जैसी आवश्यक सामग्री प्रदान की जायेगी और ग्रामीणों को सामाजिक, आर्थिक और सामाजिक मानचित्र बनाने में सुविधा प्रदान करें. प्रत्येक बिंदु पर गहनता से चर्चा करें और उसका विश्लेषण करें व सही ढंग से उसका दस्तावेजीकरण करें. समुदाय और आईसीडीएस कार्यकर्ता, आशा, मध्याह्न भोजन रसोइया, पीआरआई सदस्य आदि गांव या संबंधित संस्थान में समूहों में सामान्य संस्थान जहां सभी प्रमुख हित धारक एकत्र हो सकें, मानचित्र के आधार पर गांव की सामाजिक आर्थिक रूपरेखा का विवरण के साथ सार्वजनिक स्थान की सफाई के लिए श्रमदान, किसी अव्यवस्थित क्षेत्र से कूड़ा, कचरा एकत्र करना, सामुदायिक और स्थानीय स्तर के संस्थानों के पदाधिकारियों के साथ सार्वजनिक स्थल, स्वच्छ भारत मिशन और श्रमदान के महत्व पर चर्चा करेंगे. प्रमुख क्षेत्रों पर अवलोकन व अनुभव प्राप्त करेंगे इसी प्रकार विकसित भारत, वैकल्पिक आजीविका, प्रवासन, स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, प्राकृतिक संसाधन, प्रबंधन नागरिक केंद्रित सेवाएं (जन धन आधार मोबाइल आदि) के संबंध में गांव की समस्याओं, चुनौतियों और अवसरों की पहचान, वित्तीय समावेशन, मोबाइल पहुंच, यूपीआई का प्रयोग इ-सेवा कियोस्क, महत्वपूर्ण जमीनी स्तर के संगठन और संस्थाओं का वर्णनात्मक विवरण और कैसे उनकी भूमिकाएं, कार्य और उनके समुदाय, उनके छोड़ने के मानक को समझता है, सुधार के लिए दो-तीन क्षेत्रों के गहन मुद्दों, चुनौतियों का वर्णनात्मक विवरण के साथ गांव की ताकत और सुधार के लिए हस्तक्षेप, सर्वोत्तम अभ्यास, जलवायु लचीले उपाय, पवन और सौर ऊर्जा आदि का वर्णनात्मक वर्णन प्राप्त करेंगे. योजनाओं के संचालन व प्रदर्शन पर क्षेत्रवार वर्णनात्मक विवरण व सुधार के सुझाव के अलावा प्रमुख क्षेत्रों पर अवलोकन और चर्चा आधारित कथात्मक कार्य योजना व अनुभव प्राप्त करेंगे. इसे निर्धारित करते हुए कार्यक्रम व अन्य कागजात उपलब्ध करा दिये गये हैं.
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