मझगांव.
कुमारडुंगी प्रखंड क्षेत्र के बाईहातु गांव में रविवार को पान-तांती समाज के लोगों ने सम्मान समारोह आयोजित किया. इस कार्यक्रम में उन्होंने अपनी सभ्यता व संस्कृति को बचाकर रखने वाले डाकुवा, गांवड़िया, बिसांई के साथ समाज के उत्थान के लिए बनाये गये समिति के पदाधिकारियों को भी सम्मानित किया. समिति के अध्यक्ष गोविन्दा पान ने बताया कि समारोह के आयोजन करने का मुख्य उद्देश्य अपनी सभ्यता व संस्कृति को बचाए रखना है. आज के समय में लोग अपनी पुरानी रुढ़िवादी परंपरा को पीछे छोड़ते जा रहे हैं. ऐसे में समय रहते इसे ठीक करना अनिवार्य है. आज की नयी पीढ़ी को याद दिलाना है कि बुजुर्ग हमारे संस्कृति, परंपरा के गुरु हैं. उनका सम्मान करना ही हमारे पूर्वजों का सम्मान है. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि ग्रामीण मुंडा घनश्याम बागे व कोल्हान प्रमंडल पान तांती समाज कल्याण समिति के कुमारडुंगी प्रखंड अध्यक्ष कनिष्क पान थे.परिवार में अभिभावकों का होना अनिवार्य : पान
वहीं, बिसांई माधो पान ने कहा कि समाज एक परिवार है और परिवार में अभिभावकों का होना अनिवार्य है. अभिभावक का चुनाव करने के लिए समिति बनाना अनिवार्य है.समाज में चयनित डाकुवा ओनामो पान, गांवड़िया के रुप में पवन पान, भागीरथी पान, रमेश पान व गोविन्दा पान, बिसांई के रूप में माधो पान को धोती, गंजी व फूल माला देकर सम्मानित किया गया. इसके साथ ही समिति के पदाधिकारी अध्यक्ष गोविंदा पान, उपाध्यक्ष गोविंद तांती, सचिव त्रिनाथ पान, सह सचिव अमर पान, कोषाध्यक्ष पवन पान, सह कोषाध्यक्ष राजेश पान को भी सम्मानित किया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है