दुमका. संताल परगना के अठारह विधानसभा क्षेत्रों में 20 नवंबर को मतदान प्रक्रिया को निर्विघ्ना व सुगमता से संपन्न कराने के लिए छोटे बड़े साढ़े छह हजार से ज्यादा अतिरिक्त वाहनों की आवश्यकता होगी. इसके लिए संबंधित जिलों के जिला वाहन कोषांग ने वाहनों की आवश्यकता का आकलन किया है. पूरे प्रमंडल में 6567 वाहनों की आवश्यकता का आकलन किया गया है. दुमका और गोड्डा ही संताल परगना के छह में से दो ऐसे जिले है, जहां वाहनों की जितनी जरूरत है, वह जिले के अंदर उपलब्ध है, पर देवघर, पाकुड़, साहिबगंज व जामताड़ा को वाहनों की जरूरत को पूरी करने के लिए क्रमश: दुमका, बिहार के बांका, जमुई, पश्चिम बंगाल के रामपुरहाट, मालदा, सिउडी, बीरभूम व आसनसोल से वाहन मंगवाने पड़ेंगे. सबसे अधिक 250 वाहनों की मांग देवघर जिले की है, जिसे वह दुमका, बिहार के बांका, जमुई जिले से पूरी करेगा, जबकि पाकुड. अपनी जरूरत के 227 वाहनों की जरूरत को रामपुरहाट से, साहिबगंज 195 वाहनों की जरूरत को मालदा से और जामताड़ा अपने 117 वाहनों की जरूरत को सिउड़ी, वीरभूम एवं आसनसोल से पूरा करेगा. सार्वजनिक यातायात को न्यूनतम प्रभावित करते हुए करना है वाहनों का प्रबंध पिछले दिनों बैठक कर प्रमंडलीय आयुक्त लालचंद डाडेल ने सभी संबंधित पदाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया है कि वे मतदान के दिन सार्वजनिक यातायात को न्यूनतम प्रभावित करते हुए वाहनों का प्रबंधन करें. मतदान के दिन आमजनों को आने-जाने में किसी प्रकार की कठिनाई नहीं हो. आमजन जीवन प्रभावित न हो. स्कूली बच्चों की कक्षायें कम से कम बाधित हो, इसलिए स्कूली बसों को केवल पोलिंग पार्टी के आवागमन के लिए ही इस्तेमाल किया जाए. 20 नवंबर को मतदान है, इसलिए स्कूली वाहनों को 18 नवंबर को मंगवाई जाए तथा 21 नवंबर की सुबह मतदान कार्य से मुक्त कर दिया जाए.
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