हल्दिया. राज्य सरकार की ओर से ‘तरुणेर स्वप्न योजना’ वर्ष 2022 में शुरू की गयी थी. इस योजना का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को उनकी पढ़ाई को प्रौद्योगिकी से जोड़ने में सहायता प्रदान करना है. उक्त योजना के तहत, राज्य सरकार स्कूलों के विद्यार्थियों को टैबलेट/स्मार्टफोन/पीसी खरीदने के लिए 10 हजार रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करती है. पूर्व मेदिनीपुर में उक्त योजना में धांधली करने का आरोप चार स्कूलों के प्रबंधन पर लगा है. इस बाबत जिले के डीआइ (माध्यमिक) शुभाशीष दे की ओर से तमलुक थाने में चारों स्कूलों के प्रधानाध्यापकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. शिकायत में आरोप लगाया गया है कि धांधली की वजह से 64 विद्यार्थियों के बैंक खातों के बजाय किसी दूसरे खातों में योजना की राशि स्थानांतरित हुई है. ये चार स्कूल चंडीपुर थाना क्षेत्र के मुरादपुर के विवेकानंद विद्यापीठ, दिवाकरपुर हाई स्कूल, नंदकुमार थाना क्षेत्र के व्यवक्तारहाट आदर्श हाई स्कूल और महिषादल के नटशाल हाई स्कूल हैं. इन चारों स्कूलों के प्रधान शिक्षकों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 318 (4), 316 (2), 316 (5) और 61 (2) के तहत मामला दर्ज किया गया है. आरोपी प्रधानाध्यापकों ने उक्त मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की है. डीआइ शुभाशीष मित्रा ने कहा कि पिछले चार अक्तूबर को राज्य सरकार द्वारा राज्यभर में कक्षा 11 व 12 के विद्यार्थियों के लिए टैब खरीदने के लिए प्रति विद्यार्थी 10 हजार रुपये प्रदान किये गये थे. पूर्व मेदिनीपुर में करीब आठ हजार विद्यार्थियों के बैंक खातों में रुपये स्थानांतरित किये गये थे. विद्यार्थियों के नाम व बैंक खातों की जानकारी का सत्यापन करने और उसे राज्य के शिक्षा पोर्टल में देने की जिम्मेदारी स्कूल प्रबंधन की होती है. आरोप है कि चारों स्कूलों के 64 विद्यार्थियों के बैंक खातों की जगह किसी दूसरे बैंक खातों की जानकारी शिक्षा पोर्टल में दी गयी, जिसकी वजह से विद्यार्थियों के बजाय किसी दूसरे के खातों योजना की राशि स्थानांतरित हो गयी. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.
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