Muzaffarpur Chhath 2024: छठ घाट दलदल होने और पानी की तेज धारा होने पर संभावित खतरे के मद्देनजर जिला प्रशासन ने यहां पूजा करने पर रोक लगा दी हैं. जहां दलदल घाट हैं, वहां पूजा कतई नहीं करायी जायेगी. हालांकि इसकी सूची जारी नहीं की गयी है, जिन घाटों पर पानी की धारा काफी तेज व गहरायी ज्यादा है, घाट दलदली हैं, वहां सतर्कता बरतने के निर्देश दिये गये हैं. ऐसी स्थिति में विधि व्यवस्था एवं सुरक्षा व्यवस्था को लेकर छठ पूजा करना सुरक्षा की दृष्टिकोण से उचित नहीं है. इन घाटों को खतरनाक घोषित किया गया है. प्रशासन ने कहा है कि इन तीन छठ घाटों को छोड़कर अन्य घाटों पर छठ पर्व किया जाये. जिला प्रशासन द्वारा सुरक्षा मानकों के अनुरूप छठ घाटों के खतरनाक स्थिति में होने के कारण इन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. वहीं निजी नाव चलाने पर पूरी तरह रोक लगा दी है. नदी में छठ पर्व के दौरान तैराकी व नौका विहार करने पर पाबंदी रहेगा.
आश्रम घाट का दायरा हुआ कम, व्रतियों की बढ़ेगी परेशानी
मुजफ्फरपुर आश्रम घाट का दायरा इसबार कम हो गया है. ऐसे में यहां अर्ध्य देने वाले हजारों व्रतियों की परेशानी बढ़ सकती है. छठ पूजा को लेकर घाटों को तैयार करने के लिए रविवार को भी नगर निगम की टीम जुटी थी. बूढ़ी गंडक के किनारे आश्रम घाट पर भी निगम की टीम काम कर रही है. यहां हर वर्ष हजारों व्रती पूजा करने पहुंचती हैं. लेकिन इस बार घाट का दायरा कम हो गया है. नगर निगम के अधिकारियों के अनुसार आश्रम घाट पर काफी एरिया में दलदल है. वहीं कटाव के कारण कई जगहों पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गये हैं. जिस वजह से कुछ जगहों पर स्थिति खतरनाक हैं.
नगर निगम की टीम लगातार कर रही है निगरानी
छठ पूजा में तीन दिन का समय बचा है. ऐसे में नगर निगम की टीम आश्रम घाट की लगातार मॉनीटरिंग कर रही है. दो दिनों में दलदल की जगह नहीं सूखने पर खतरनाक इलाके में बैरिकेडिंग कर दी जायेगी. जहां जगह सूखी है, उतने ही क्षेत्र में इस बार आश्रम घाट पर छठ पूजा होगी. सोमवार से संबंधित अधिकारियों को सुबह से शाम तक घाटों की निगरानी करने के साथ लगातार अपडेट करने को कहा गया है. रोशनी से लेकर बैरिकेडिंग, चेंजिंग रूम व पहुंच पथ में स्ट्रीट लाइट को दुरुस्त करने का निर्देश दिया हैं.