Bihar News: बिहार में हर घर में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जा रहे हैं. इस मीटर के लगने से लोग अपने रोजाना की बिजली खपत पर नजर रख सकते हैं और उसी के हिसाब से मीटर को रिचार्ज कर सकते हैं. लेकिन यही स्मार्ट मीटर कई लोगों के लिए सिरदर्द बन गया है. एक तरफ जहां स्मार्ट मीटर ऐप के काम नहीं करने से उपभोक्ता परेशान हैं. वहीं दूसरी तरफ कई ऐसे उपभोक्ता भी हैं जो स्मार्ट मीटर लगने के बाद बिजली बिल में गड़बड़ी से परेशान हैं. ऐसा ही मामला कटिहार में सामने आया है जहां दो गरीब परिवारों को लाखों का बिजली बिल मिला है.
लाखों का आया बिल
दरअसल, जिले के कोढ़ा प्रखंड क्षेत्र के कोलासी संथाल टोला के दो बिजली उपभोक्ता आदिवासी परिवार से ताल्लुक रखते हैं. वे पूरी तरह गरीब और असहाय हैं और मजदूरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं. लेकिन बिजली विभाग की लापरवाही की वजह से इन दोनों का बिजली बिल तीन महीने में कई लाख रुपये आया है.
तीन महीने पहले लगा था स्मार्ट मीटर
एक उपभोक्ता मक्कू टुटडू है, उसके घर में तीन महीने पहले स्मार्ट बिजली मीटर लगाया गया था. तीन महीने में उसका बिल 18 लाख 56 हजार रुपये आया. यह देखकर गरीब परिवार के होश उड़ गए. एक अन्य उपभोक्ता हीरा मुंडा का भी तीन महीने में बिजली बिल करीब तीन लाख रुपये आया है. इन दोनों परिवारों का कुल बिजली बिल 21 लाख रुपए से भी अधिक हो रहा है. जिससे इनकी हालत भी दयनीय हो गई है. इसके बावजूद बिजली विभाग इन परिवारों की सुध नहीं ले रहा है.
बिजली विभाग को दी है जानकारी, पर अब तक नहीं हुआ सुधार
गरीब आदिवासी परिवार ने बताया कि हम गरीब लोग हैं. किसी तरह मजदूरी कर अपना गुजारा करते हैं. इतना अधिक बिल हम नहीं भर पाएंगे. हमने बिजली विभाग को भी इसकी जानकारी दी है. अभी तक बिजली बिल में सुधार नहीं किया गया है.