राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ कार्यकर्ता कामेश्वर यादव का बरारी स्थित आवास पर सोमवार सुबह 4:30 बजे निधन हो गया. वे 85 वर्ष के थे. उनका तीन पुत्र व एक पुत्री सहित नाती-पोतों से भरा-पूरा परिवार है. बरारी स्थित श्मशान घाट पर उनके पुत्र सुभाष यादव ने उन्हें मुखाग्नि दी. शवयात्रा में आरएसएस, विहिप, भाजपा सहित सभी अनुषांगिक संगठन के कार्यकर्ता शामिल हुए. उनके निधन पर संघ परिवार में शोक की लहर है. उन्होंने वर्ष 1962 से शाखा जाना शुरू किया था. विभाग बौद्धिक शिक्षण प्रमुख हरविंद नारायण भारती ने कहा कि संघ ने अपना एक पुरोधा खो दिया. वे वृद्ध होने के बाद भी वे संघ के सभी उत्सवों में शामिल होते थे. उत्तर-पूर्व क्षेत्र बौद्धिक शिक्षण प्रमुख राणा प्रताप सिंह ने कहा कि कामेश्वर यादव हमारे अभिभावक थे. संघ का कार्य करने के दौरान जब भी कोई समस्या हुई, कामेश्वरजी उसका समाधान कर देते थे. दक्षिण बिहार प्रांत प्रचारक उमेश कुमार ने कहा कि उनसे मिलकर ऊर्जा मिलती थी. महानगर संघचालक डॉ चंद्रशेखर साह ने कहा कि भागलपुर महानगर के एक आदर्श स्वयंसेवक को आज हमने खो दिया. कुटुंब प्रबोधन के विभाग संयोजक सुरेश प्रसाद सिंह ने कहा कि डाॅ हेडगेवार और गुरुजी के जन्म शताब्दी वर्ष के दौरान भी कामेश्वर यादव ने कई दिनों तक प्रवास कर शाखा लगायी थी. शवयात्रा में सह प्रांत प्रचारक आशीष कुमार, सह प्रांत कार्यवाह बालमुकुंद गुप्त, विभाग प्रचारक सुरेंद्र, सुरेश प्रसाद सिंह, अजीत घोष, हरविंद नारायण भारती, रवि, भाजपा जिलाध्यक्ष संतोष साह, निरंजन साह सहित सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल हुए.
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