प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सोमवार को गढ़वा में आयोजित चुनावी जनसभा कई मायने में ऐतिहासिक साबित हुई. जिला मुख्यालय में इतनी संख्या में वाहन और लोगों को देखकर लोग आश्चर्यचकित थे. पहले भाजपा के लोग छठ महापर्व में लोगों की व्यस्तता के मद्देनजर भीड़ को लेकर संशय में थे. सभास्थल भी शहर से तीन किमी दूर था. आरंभ में मैदान में लोगों की अपेक्षित उपस्थिति नहीं देख बाबूलाल मरांडी और अन्य सभी प्रत्याशियों को परेशान देखा गया. लेकिन सभा शुरू होने के पूर्व तक जब भीड़ उमड़ी, तो भाजपा नेताओं के चेहरे खिल गये.
सुबह आठ बजे से ही लोग आने लगे थे : सभा जिला मुख्यालय से महज तीन किमी दूर श्रीकृष्ण गोशाला के मैदान में आयोजित थी. पीएम की जनसभा सुबह 11.20 बजे होनेवाली थी. लेकिन सभास्थल पर लोग सुबह आठ बजे के बाद से ही पहुंचने लगे थे. चुकि गढ़वा जिले में किसी प्रधानमंत्री का पहला कार्यक्रम था, इसलिए गढ़वा जिला वासियों में काफी उत्साह दिख रहा था. पड़ोसी जिला पलामू से भी काफी संख्या में वाहनों से लोग पहुंचे थे.
अब तक नहीं हुई थी इतनी भीड़ : सभा समाप्त होने के बाद भीड़ को श्रीकृष्ण गोशाला के मैदान से एक किमी पर अवस्थित राष्ट्रीय राजमार्ग तक आने में काफी मशक्कत करना पड़ रहा था. सभा समाप्ती के दो घंटे बाद तक लोग एवं उनके वाहन भीड़ में फंसे रहे. लोगों का कहना था कि गढ़वा जिले के किसी कार्यक्रम में अब तक इतनी संख्या में लोगों को नहीं देखा गया था.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है