छपरा. इस बार छठ व्रत के दौरान शहर और घाटों की साफ-सफाई के मामले में नगर निगम मिसाल पेश करेगा. साफ-सफाई के लिए सफाई एजेंसी और नगर निगम के लगभग सात सौ कर्मियों को मैदान में उतरा गया है. मुख्य सड़क से लेकर घाट को जाने वाली सड़क तक साफ-सफाई करायी जा रही है. इसमें पूजा समिति से भी मदद ली जा रही है. प्रशासन भरपूर सहयोग कर रहा है. यह तमाम बातें महापौर लक्ष्मी नारायण गुप्ता ने सोमवार को प्रेस वार्ता के दौरान पत्रकारों से कहीं. उन्होंने बताया कि व्रतियों की सुविधा को लेकर साफ-सफाई, पथ प्रकाश आदि अन्य बिंदुओं पर कई आवश्यक निर्देश अधिकारियों को दिये गये हैं. 24 घंटे मॉनीटरिंग हो रही है. उन्होंने कहा कि निगम प्रशासन की ओर से छठ पूजा की तैयारियों को लेकर एक विशेष टीम गठित की गयी है. निगम क्षेत्र में सभी छठ घाटों को चिह्नित कर लिया गया है. छठ घाटों पर व्रतियाें के लिए पहुंच पथ, पथ प्रकाश, बैरिकेडिंग, अस्थाई शौचालय, चेंजिंग रूम आदि की व्यवस्था की जा रही है.
निचले रोड के सभी घाटों का पहुंच पथ हो रहा तैयार
महापौर ने बताया कि शहर के दक्षिण में स्थित सरयू नदी के 28 छठ घाटों की संपर्क सड़कों की मरम्मत व सफाई कार्यों पर निगम का इस बार भी फोकस है. नगर निगम की ओर से इस कार्य के लिए मजदूर, जेसीबी और ट्रैक्टर को लगाया जाता है, ताकि समय से पहले कार्य को पूरा किया जा सके. वहीं छठ पूजा समितियों को घाटों की सफाई व जर्जर सड़क को बराबर करने के लिए जेसीबी और मजदूर देकर निगम की ओर से सहयोग किया जाता है. इस बार और बेहतर व्यवस्था की जा रही है. अधिकारियों और सफाई कर्मियों को संडे को भी बुलाया गया था.कोई भी फोन करके मदद ले सकता है
महापौर ने बताया कि छठ पूजा के दौरान कहीं भी गंदगी या जल जमा हो तो फोन करके मदद ली जा सकती है. अधिकारियों को आदेशित किया गया है कि 24 घंटे अपने फोन ऑन रखेंगे. सभी घाट पर पहुंचने वाली सड़कों की सफाई तीन टाइम होनी चाहिए. संपर्क सड़कों पर ब्लीचिंग पाउडर, चूना का छिड़काव भी किया जाये. संपर्क सड़कों की सफाई व मरम्मत कार्य जल्द शुरू किया जायेगा. इसके लिए अतिरिक्त सफाईकर्मी और संसाधन लगाने का आदेश सफाई एजेंसी को दिया गया है.गोताखोर, चेंजिंग रूम की सुविधाएं दी जायेंगी
कुछ छठ घाट काफी खतरनाक है ऐसे में गोताखोर की प्रतिनियुक्ति के लिए जिला प्रशासन से आग्रह किया जाएगा. महिलाओं के कपड़े बदलने के लिए चेंजिंग रूम बनाया जाता है. सभी घाटों पर महिला व्रत धारियों के लिए चेंजिंग रूम भी बनाया जाता है ताकि व्रत धारियों को अर्घ देने के लिए कपड़ा बदलने में यह चेंजिंग रूम काम आ सके. नगर निगम भी अपने स्तर से प्रयास कर रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है