वीरपुर. पांच साल बाद कोसी नदी के कोसी बराज पर छठ घाट बनाये जायेंगे. यहां एक साथ भारत और नेपाल की छठ व्रती एक ही घाट पर छठ पर्व करेंगी. कोसी बराज स्थित छठ पूजा समिति के अध्यक्ष गुनेश्वर प्रसाद कर्ण ने बताया कि वर्ष 2019 में कोसी नदी के कोसी बराज स्थित छठ घाट पर अंतिम बार छठ पर्व मनाया गया था, जहां एक ही छठ घाट पर नेपाल व भारतीय क्षेत्र के लोगों ने छठ पर्व मनाया था. इसके बाद कोरोना काल होने के चलते वर्ष 2020 और 2021 में नेपाल सरकार द्वारा रोक लगा दी गयी थी. इसके बाद पिछले तीन वर्षों से कोसी नदी के जलस्तर में उतार चढ़ाव के बाद कोसी बराज का छठ घाट ही समाप्त हो गया था. यहां सुपौल, मधेपुरा, सहरसा, अररिया, पूर्णिया के अलावे नेपाल के सुनसरी, सप्तरी, मोरंग और झापा जिले से हजारों की संख्या में लोग शौक से कोसी बराज पर छठ मनाते थे. हालांकि इन वर्षों में लोगों ने कोसी बराज जाने का रास्ता भी भूल गया था. लोग छठ घाटों के बजाय घर पर ही छठ मनाते थे. कोसी बराज स्थित छठ पूजा कमेटी ने बराज पर छठ मनाने की अपील की है और लोगों को छठ मनाने के लिए कोसी बराज आने का निमंत्रण भी दे रहे हैं. इसके लिए प्रचार प्रसार भी बड़े पैमाने पर किया जा रहा है. कहा कि इस बार मूर्ति भी स्थापित की जायेगी. प्रकाशीय व्यवस्था रहेगी, सुसज्जित घाटों का निर्माण किया जा रहा है. गहरे पानी के लिए बैरीकेटिंग की व्यवस्था की गयी है. स्थानीय गौतखोर भी घाट पर मौजूद रहेंगे.
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