Muzaffarpur News: जिले भर के एंबुलेंस कर्मियों की हड़ताल से मरीजों को परेशानी होने लगी है. सबसे अधिक दिक्कत गर्भवतियों को हो रही है. अस्पताल में प्रसव कराने के लिए उन्हें निजी एंबुलेंस का सहारा लेना पड़ रहा है. निजी एंबुलेंस चालक भी आपदा में अवसर के तर्ज पर इनसे अधिक भाड़ा वसूल रहे हैं. एसकेएमसीएच में ब्रह्मपुरा से आये कंचन ने बताया कि सदर अस्पताल तक में निजी एंबुलेंस 1200 सौ रुपये भाड़ा लिया है, चार किलोमीटर की दूरी के लिए उन्होंने यह किराया दिया है.
जिले में चलती हैं 72 एंबुलेंस
इधर, चौथे दिन भी बेमियादी हड़ताल पर एंबुलेंस कम रहे. इसकी वजह से मरीजों को ऑटो व निजी वाहन से अस्पताल में प्रसव कराने आना पड़ रहा है. सदर अस्पताल से पीएचसी तक व एसकेएमसीएच में भी मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ रही है. जिला एंबुलेंस कर्मचारी संघ के अध्यक्ष मो मुस्लिम ने बताया कि नयी एजेंसी ने पहले से काम कर रहे एंबुलेंस कर्मियों, जिसमें ड्राइवर से लेकर तकनीशियन तक शामिल हैं, उनका समायोजन नहीं किया है. इसके बाद जिला स्वास्थ्य समिति की तरफ से मौखिक रूप से आश्वासन मिला था कि पहले से काम कर रहे एंबुलेंस कर्मियों का समायोजित कर देंगे. लेकिन अब तक नयी एजेंसी व स्वास्थ्य समिति की तरफ से हम लोगों को वार्ता के लिए नहीं बुलाया गया है, समायोजन नहीं होने के विरोध में एंबुलेंस कर्मचारी संघ बेमियादी हड़ताल कर रहे हैं. जिले में 72 एंबुलेंस चलती हैं. जिसमें 32 का संचालन निजी एजेंसी व बाकी स्वास्थ्य समिति करती है.