Chhath Puja 2024 Upay, Santan Prapti Ke Vrat: छठ की महीमा बहुत ही अपरंपार है. छठ व्रत के प्रभाव से आपके सभी मनोकामना पूर्ण होते हैं. छठ व्रत बहुत ही कड़े नियमों का व्रत होता है. यह त्योहार कार्तिक माह के शुक्लपक्ष चतुर्थी तिथी आरम्भ होता है और कार्तिक शुक्लपक्ष के सप्तमी के सूर्योदय के साथ यह व्रत समाप्त होता है. इस व्रत को अपनी मनोकामना पूर्ण करने के लिए स्त्री और पुरुष दोनों मिलकर करते हैं. इस व्रत को करने वालों को कठोर नियमों का पालन करना पड़ता है.
सात्विक आहार का होता है पालन
इस व्रत में कुछ अलग ही दिखाई पड़ता है, व्रत करने वालों के घर में कार्तिक आरम्भ होते ही परिवार में सभी लोग सात्विक आहार खाते हैं. व्रत के चार दिन पहले से ही परिवार में लहसुन प्याज इत्यादि वर्जित होता है. इस छठ व्रत में जो व्रती होते हैं उन्हें पूरे 36 घंटों का उपवास रहना पड़ता है. महाभारत के अनुसार पांचों पांडव कई तरह से परेशान हो गए थे और उनकी परेशानी कम नहीं हो रही थी, उस समय द्रोपति ने छठ का व्रत किया था .
छठ पूजा क्यों करते है ?
छठ पूजा विशेषतः साफ सफाई ,नियम संस्कृति, संस्कार तथा परिवार में एकता ,समाज में एकता ,आपसी मेलजोल प्राकृतिक संरक्षण तथा सूर्य पूजन के लिए जाना जाता है.
कब है छठ व्रत ?
- छठ व्रत का आरंभ नहाये खाए 05 /11 / 2024 दिन मंगलवार को होगा.
- खरना 06 /11 /2024 दिन बुधवार को मनाया जायेगा .
- डाला छठ भगवान भास्कर का संध्या अर्ध्य 07 /11 /2024 दिन गुरुवार को है .
- उषा अर्ध्य यानि उगते हुए सूर्य को अर्ध्य 08 /11 /2024 को मनाया जायेगा.
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ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
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