Sharda Sinha Passes Away: शारदा सिन्हा को पिछले महीने एम्स के कैंसर संस्थान, इंस्टीट्यूट रोटरी कैंसर हॉस्पिटल (आईआरसीएच) की गहन देखभाल इकाई में भर्ती कराया गया था. सिन्हा (72) एक भारतीय लोक और शास्त्रीय गायिका थीं. पद्म भूषण से सम्मानित शारदा सिन्हा को उनके भोजपुरी, मैथिली और मगही लोकगीतों के लिए जाना जाता है. ‘बिहार कोकिला’ के नाम से मशहूर एवं सुपौल में जन्मीं सिन्हा छठ पूजा एवं विवाह जैसे अवसरों पर गाए जाने वाले लोकगीतों के कारण अपने गृह राज्य और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में मशहूर थीं. सिन्हा के कुछ लोकप्रिय गीतों में छठी मैया आई ना दुआरिया, कार्तिक मास इजोरिया, द्वार छेकाई, पटना से, और कोयल बिन. इसके अलावा बॉलीवुड की फिल्मों में भी गाना गया है. इनमें ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर- टू’ के ‘तार बिजली’, ‘हम आपके हैं कौन’ के ‘बाबुल’ और ‘मैंने प्यार किया’ के ‘कहे तो से सजना’ जैसे गाने शामिल हैं.
प्रख्यात लोक गायिका शारदा सिन्हा का लंबी बीमारी के बाद निधन
प्रख्यात लोक गायिका शारदा सिन्हा का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया. मंगलवार की रात उन्होंने दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में आखिरी सांस ली.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement