मुजफ्फरपुर और पटना समेत 24 जिलों के 165 अंचलों में अब तक डिजिटाइजेशन का काम शुरू नहीं हुआजमाबंदी रजिस्टर की ऑनलाइन अनुपलब्धता के कारण रैयतों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा
मुजफ्फरपुर.
भू-अभिलेखों की स्कैनिंग और डिजिटाइजेशन का कार्य सभी अंचलों में किया जा रहा है. इसके लिए हरियाणा की एक निजी कंपनी से करार किया गया है, लेकिन मुजफ्फरपुर और पटना समेत 24 जिलों के 165 अंचलों में अब तक डिजिटाइजेशन का काम शुरू नहीं हुआ है. इसपर राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के सचिव जय सिंह ने चिंता जताई है. उन्होंने कहा कि यह सरकार की महत्वाकांक्षी योजना में से एक है. भू-अभिलेखों का स्कैनिंग और डिजिटाइजेशन किया जाना अति आवश्यक है. इससे दस्तावेज सदियों तक सुरक्षित रहेंगे. इसकी उच्च स्तरीय समीक्षा हो रही है. इसके बावजूद भी 165 अंचलों में काम शुरू नहीं होना चिंताजनक है. उन्होंने सभी संबंधित जिलों के समाहर्ता को इससे अवगत कराया है. कहा है कि अंचलों से अविलंब जमाबंदी रजिस्टर प्राप्त कर अभिलेखागार में जमा कराएं और अंचल अधिकारियों की देखरेख में डिजिटलाइजेशन का काम पूरा करें.उन्होंने कहा कि राज्य में विशेष भूमि सर्वेक्षण का काम चल रहा है. जमाबंदी रजिस्टर की ऑनलाइन अनुपलब्धता के कारण रैयतों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.जिले में औराई, गायघाट, कटरा, मुरौल, मोतीपुर, साहेबगंज, सकरा और सरैया में अब तक डिजिटाइजेशन का काम शुरू नहीं हुआ है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है