गड़बड़ी के बाद 1,000 छात्रों के नतीजे रोक दिये गये हैं कोलकाता. राज्य के उच्च शिक्षा विभाग ने कलकत्ता यूनिवर्सिटी (सीयू) से जुड़े तीन संबद्ध कॉलेजों से बांग्ला एमए प्रथम सेमेस्टर परीक्षा की कुछ उत्तर पुस्तिकाओं के गायब होने के बारे में कलकत्ता विश्वविद्यालय से रिपोर्ट मांगने का फैसला किया है. इस गड़बड़ी के कारण विषय का रिजल्ट प्रकाशित नहीं किया गया है. विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने जानकारी दी कि जल्द ही विश्वविद्यालय को सूचना भेज दी जायेगी. तीन कॉलेजों में दो कोलकाता के हैं और एक दक्षिण 24 परगना का है. इन कॉलेजों के परीक्षकों ने कथित तौर पर 120 छात्रों की उत्तर पुस्तिकाएं खो दीं हैं. ये कॉलेज स्नातकोत्तर (पीजी) पाठ्यक्रम प्रदान करते हैं. गड़बड़ी के बाद 1,000 छात्रों के नतीजे रोक दिये गये हैं. विभाग के एक अधिकारी ने कहा : हम विश्वविद्यालय से यह बताने को कहेंगे कि यह सब कैसे हुआ. छात्रों के हितों की रक्षा के लिए विश्वविद्यालय ने क्या कदम उठाये हैं? इसमें विचित्र बात यह है कि छात्रों ने अप्रैल में परीक्षा दी थी, नतीजे अभी तक प्रकाशित नहीं किये गये हैं. इतने दिनों तक विश्वविद्यालय क्या कर रहा था. इसका जवाब देना होगा. सीयू के एक अधिकारी ने कहा कि वे संबंधित कॉलेजों के प्रिंसिपलों से 120 प्रभावित छात्रों से यह पता लगाने के लिए कहेंगे कि क्या वे दोबारा परीक्षा देना चाहते हैं या बचे हुए पेपर में प्राप्त उच्चतम अंक ही खोये हुए पेपर के अंक के रूप में स्वीकार करना चाहेंगे. जिन छात्रों की स्क्रिप्ट विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक के पोर्टल पर अपलोड किये जाने के बाद गलत हो गयी थी, उन्हें अपलोड किये गये अंक को स्वीकार करने के लिए कहा जा सकता है. अधिकारी ने कहा : हालांकि, इस विकल्प में एक शर्त है. छात्र समीक्षा की मांग नहीं कर पायेंगे, क्योंकि स्क्रिप्ट गलत जगह पर रख दी गयी है. ध्यान रहे, उत्तर पुस्तिकाओं के खोने की घटना के बाद कलकत्ता विश्वविद्यालय ने अपनी सिंडिकेट बैठक में तीन कॉलेजों के प्रिंसिपलों को दोषी परीक्षकों के खिलाफ जांच शुरू करने का आदेश दिया. शिक्षा विभाग के अधिकारी ने कहा : हम उत्तर पुस्तिकाओं के नुकसान के बारे में विश्वविद्यालय से रिपोर्ट मांगेंगे. यह बहुत खराब बात है कि छात्र अगले महीने दूसरे सेमेस्टर की परीक्षा तो देंगे, लेकिन पहले सेमेस्टर का रिजल्ट जारी नहीं किया जा सका है. सीयू की कार्यवाहक वीसी शांता दत्ता ने कहा कि कुछ उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया गया था और अंक परीक्षा नियंत्रक के पोर्टल पर अपलोड किये गये थे. शेष उत्तर पुस्तिकाएं खो जाने के कारण उनका मूल्यांकन ही नहीं किया जा सका. दक्षिण 24 परगना के कॉलेज के एक अधिकारी ने बताया कि 54 उत्तर पुस्तिकाएं जल गयी हैं, ऐसी सूचना मिली है. कॉलेज ने परीक्षक के खिलाफ जांच शुरू कर दी है. कलकत्ता विश्वविद्यालय ने इसमें इतना समय क्यों लगा दिया, इसकी रिपोर्ट मांगी जायेगी. वहीं, कलकत्ता यूनिवर्सिटी ने फाइनल प्रस्ताव कॉलेजों को शीघ्र भेजने का निर्णय किया है.
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