Fire in Bihar : पटना. बिहार की राजधानी पटना में बुधवार (06 नवंबर) की रात भीषण आग लग गई है. अगलगी ये घटना पटना के पॉश इलाके एजी कॉलोनी की है. आग कबाड़ की दुकान में लगी. आग लगने से कई गैस सिलेंडर फट गए हैं. सिलेंडर फटने से मोहल्ले में अफरा-तफरी मच गयी. अगलगी की सूचना पर दमकल की गाड़ी पहुंची. पूरे इलाके की बिजली को काट दिया गया है. एजी कॉलोनी स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा के सामने ये कबाड़ की दुकान स्थित है. अब तक इस घटना को लेकर प्रशासन की तरफ से कोई भी बयान जारी नहीं किया गया है.
दमकल की गाड़ियों मौके पर पहुंची
बताया जाता है कि मोहल्ले के बीचो-बीच कबाड़ी का सेंटर था, जिसमें आग लगी है. 7 से 8 मकान के बीच ये कबाड़ दुकान पटना के पॉश इलाके में मौजूद है, जहां ये आग लगी है. दमकल कई गाड़ियां मौके पर पहुंची और काफी प्रयास के बाद देर रात पर काबू पा लिया गया. मोहल्ले में इस घटना के घटित होने के कारण दमकल की गाड़ियों को आग पर काबू पाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी. किसी की जान के नुकसान की बात अब तक सामने नहीं आई है.
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आग की चपेट में कई घर आ गए
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस भीषण आग की चपेट में कई घर आ गए, अगल-बगल के घर जो इस आग की चपेट में आए, उस घर के लोगों ने खुद आग बुझते हुए इस पर काबू पाया लिया. आग लगने का कारण का अब तक पता नहीं चल पाया है, लेकिन जिस जगह यह आग लगी, वहां भगदड़ की स्थिति मच गई. मौके पर दमकल की गाड़ियां पहुंची और आग पर काबू पा लिया गया. प्रत्यक्षदर्शी की मानें तो कबाड़ में रखा सारा सामान जलकर राख हो गया है.
कबाड़ गोदाम के आसपास लगभग एक दर्जन मकान
कबाड़ गोदाम के आसपास लगभग एक दर्जन मकान हैं, जिनमें से तीन मकानों को भी आग अपनी जद में ले लिया, जिससे तीनों घरों के पीछे का पूरा हिस्सा जल गया. आग की लपटें इतनी तेज थीं कि आसमान में धुएं का गुब्बार उठ रहा था. जिन तीनों घरों में आग लगी, उनमें रजनीश कुमार, अखिल कुमार वर्मा और गोरखनाथ सिंह के मकान शामिल हैं. लोगों ने बताया कि घटना की सूचना देने के 45 मिनट बाद दमकल की गाड़ियां पहुंचीं, जब तक आग काफी भयावह हो गयी थी.
कमांडेंट की आंख से निकला खून
घटना पर पहुंची दमकल की गाड़ी आग बुझाने में लगी थी. मौके पर लोगों की भीड़ जुटी थी. इसी दौरान एक-एक कर दो गैस सिलिंडर ने ब्लास्ट किया, जिसमें कई लोग जख्मी हो गये. यही नहीं, जिला अग्निशमन पदाधिकारी की आंख में ब्लास्ट के बाद कांच का टुकड़ा लग गया, जिससे उनकी आंख से खून निकलने लगा. इसके बाद दमकलकर्मी व पुलिसकर्मियों ने उन्हें अस्पताल भेजा.
छठ व्रती बेहोश हुईं, बच्चों की बिगड़ी तबीयत
आइपीआरडी के अधिकारी अमित सिंह, उनके भाई अभिषेक सिंह और तरुण सिंह ने बताया कि सबसे ज्यादा नुकसान मेरे घर को हुआ है. घर का पीछे के हिस्से से ही कबाड़ गोदाम सटा हुआ था. एसी, फ्रिज, पलंग, खिड़की समेत पीछे के कमरे में रखे सारे सामान जल गये हैं. वहीं, छठ कर रहीं पल्लवी और प्रीति ने बताया कि हम खरना की तैयारी में थे. बस पूजा शुरू होने वाली ही थी कि चिल्लाने की आवाज आयी कि आग लग गयी है. इसके बाद भगदड़ हो गयी. भागने के क्रम में छठ व्रती बेहोश हो गयीं. वहीं, बच्चों का दम घुटने से तबीयत भी खराब हो गयी.
दो साल पहले भी लगी थी आग
आइपीआरडी के अधिकारी अमित सिंह ने बताया कि दो साल पहले भी इसी कबाड़ गोदाम में आग लगी थी. उस वक्त स्थानीय लोगों ने आग पर काबू पाया था. इसके बाद कई बार थाने में इसकी शिकायत की गयी, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. इस अग्निकांड के बाद स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश है.
पॉश इलाकों के बीच बने कबाड़ गोदाम हटाये जायेंगे
जिला अग्निशमन पदाधिकारी, पटना मनोज नट ने बताया कि आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है. गैस ब्लास्ट के कारण मैं भी घायल हुआ हूं. आग काफी भयावह थी. दमकल की कई गाड़ियां व फायरकर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया है. पॉश इलाके में कबाड़ का गोदाम नहीं होना चाहिए था. जांच कर कबाड़ गोदाम के मालिक पर कार्रवाई की जायेगी. जिले में पॉश व आवासीय इलाकों में बने कबाड़ गोदामों को चिह्नित कर उन्हें हटाया जायेगा.