रांची. कोयला खान भविष्य निधि (सीएमपीएफ) के सेवानिवृत्त कर्मियों ने शनिवार को हरमू में केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की. उन्हें कोयला खान भविष्य निधि द्वारा आवास से जबरन हटाये जाने को लेकर ज्ञापन सौंपा. बताया कि वे सभी सेवानिवृत्त कर्मी विगत 40 वर्षों से उक्त मकान में रह रहे हैं. 20 वर्ष पहले अधिकांश कर्मी सेवानिवृत्त हुए हैं. जिस मकान को उन्हें रहने के लिए दिया गया था, उसमें कोई सुविधा नहीं थी. मकान जर्जर थे. पिछले 20 वर्षों के दौरान रहने वाले सभी सेवानिवृत्त कर्मियों ने उक्त मकान पर 10 से 12 लाख रुपये खर्च कर उसे ठीक कराया, ताकि वह रहने लायक हो. श्री चौहान को सेवानिवृत्त कर्मियों ने बताया कि विभाग ने उन्हें 20 वर्ष पहले ही क्यों नहीं मकान से निकाला, जब वह सेवानिवृत्त हो गये थे. 20 वर्ष बाद अचानक उन्हें क्यों निकाला जा रहा है, जब वे अपनी गाढ़ी कमाई उक्त मकान में लगा चुके हैं. उन्हें भी एचइसी की तरह 99 वर्षों के लिए लीज पर आवास दिया जाये. क्योंकि एक तरफ प्रधानमंत्री 21 लाख मकान देने की बात कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ बुजुर्ग कर्मचारियों से केंद्र सरकार की ही एक अनुषांगिक इकाई आवास खाली करा उन्हें सड़क पर लाने की बात कर रही है.
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