26.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

100 रुपये के शेयर से पूरा गांव मालामाल, बच्चा-बच्चा बना है करोड़पति

Wipro Share: साल 1980 में विप्रो के एक शेयर की कीमत करीब 100 रुपये थी. साल 1980 में 10,000 रुपये लगाकर विप्रो का शेयर खरीदने वालों के पास आज 1,400 करोड़ की संपत्ति है.

Wipro Share: आम तौर पर बाजार जोखिमों की वजह से सामान्य आदमी कंपनियों के शेयरों में पैसा लगाने से डरता और कतराता है. लेकिन, आप यह जानकर चौंक जाएंगे कि देश में एक ऐसा भी गांव है, जहां का हर आदमी शेयर खरीदकर करोड़पति बन गया है. वयस्कों की बात न भी की जाए, तो आजकल के बच्चों के पास भी लाखों रुपये के शेयर हैं. सबसे बड़ी बात यह है कि इस गांव के लोगों पर विप्रो के चेयरमैन अजीम प्रेमजी का हाथ है. इसका कारण यह है कि इस गांव के तमाम लोगों ने आज से करीब 43 साल पहले विप्रो के शेयर खरीदे थे, जो आज करोड़ों रुपये दे रहे हैं. क्या आप इस गांव का नाम नहीं जानना चाहेंगे. चलिए, हम ही आपको बता देते हैं. विप्रो का शेयर खरीदकर करोड़पति बनने वाले इस गांव का नाम अमलनेर है, जो महाराष्ट्र में स्थित है.

टाउन ऑफ मिलेनियर्स से जाना जाता अमलनेर गांव

एशियानेट न्यूज की एक रिपोर्ट के अनुसार, साल 1945 में महाराष्ट्र के अमलनेर गांव से ही विप्रो की शुरुआत हुई थी. रिपोर्ट में बताया गया है कि इस गांव के प्रत्येक लोगों के पास विप्रो का शेयर है और इसके बूते वे करोड़पति बने हुए हैं. सबसे खास बात यह है कि इस गांव में किसी शिशु के पैदा होते ही उसके नाम पर विप्रो का शेयर खरीद लिया जाता है. इस गांव को ‘टाउन ऑफ मिलेनियर्स’ के नाम से भी जाना जाता है.

1980 में 100 रुपये थी विप्रो के शेयर की कीमत

रिपोर्ट में कहा गया है कि साल 1980 में विप्रो के एक शेयर की कीमत करीब 100 रुपये थी. आज सोमवार 11 नवंबर 2024 को उसके शेयर की कीमत करीब 573 रुपये के स्तर पर पहुंच गया है. साल 1980 में 10,000 रुपये लगाकर विप्रो का शेयर खरीदने वालों के पास आज 1,400 करोड़ की संपत्ति है. उस समय अगर आप भी 100 रुपये का यह शेयर खरीद लेते, तो आज आपके पास 14 करोड़ रुपये होते. निवेशकों को इतना भारी-भरकम रिटर्न मिलने के पीछे सबसे बड़ा कारण 43 सालों के दौरान कंपनी की ओर से दिए जाने वाले बोनस शेयर, स्टॉक स्प्लिट और डिविडेंड है. कंपनी ने इतनी बार अपने निवेशकों को बोनस शेयर, स्टॉक स्प्लिट और डिविडेंड दिए हैं कि वे करोड़पति बन गए.

इसे भी पढ़ें: मुसीबत में सबसे बड़ा मददगार बना भारत, रूस का तेल बेचकर बना दिया रिकॉर्ड

43 साल में 100 रुपये के 1 शेयर की वैल्यू 14 करोड़

रिपोर्ट में कहा गया है कि साल 2024 से पहले विप्रो ने अपने निवेशकों को साल 2020 और 2021 में प्रति शेयर 1 रुपये का डिविडेंड दिया था. 1980 से 2021 तक के 40 सालों में विप्रो के 100 रुपये वाला शेयर 2.56 करोड़ शेयर हो गया था. इससे निवेशकों शेयर के डिविडेंड से ही करीब 2.56 करोड़ रुपये मिल गए. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 1980 में 10 रुपये की कुल कीमत साल 2024 में बढ़कर 1,400 करोड़ से अधिक होगी. इसका मतलब यह कि अगर कोई आदमी 1980 में 100 रुपये का एक शेयर खरीदता, तो आज उसकी वैल्यू बढ़कर 14 करोड़ हो गई होती.

इसे भी पढ़ें: आधा भारत नहीं जानता एसआईपी का 40x20x50 फॉर्मूला, जान जाएगा तो कमा लेगा 5 करोड़

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें