सरपंच पुत्र इंद्रजीत हत्याकांड का अब तक नहीं हुआ खुलासा
– भूख हड़ताल के समर्थन पर उतरे धरहरा के जनप्रतिनिधि व ग्रामीणधरहरा
अपने पुत्र इंद्रजीत प्रसाद वर्मन उर्फ बुद्धि के हत्या मामले का तीन माह बाद भी उद्भेदन न होने के बाद सोमवार से उसका पिता सह धरहरा दक्षिणी पंचायत के सरपंच राकेश रंजन उर्फ कालीचरण ने धरहरा थाना के समक्ष अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल प्रारंभ किया. जिसके समर्थन में धरहरा प्रखंड के कई जनप्रतिनिधि और ग्रामीण भी उतर गये हैं. हलांकि आंदोलन को समाप्त करने को लेकर धरहरा थानाध्यक्ष धीरेन्द्र कुमार पाठक ने प्रयास किया, लेकिन वे लोग अपनी मांग को लेकर भूख हड़ताल पर अड़े रहे.भूख हड़ताल पर बैठे सरपंच ने कहा कि तीन महीने बाद भी पुलिस द्वारा उसके पुत्र के हत्याकांड की गुत्थी नहीं सुलझा पाया है. हाल यह है कि अबतक पुलिस मामले में संलिप्त लोगों को पता नहीं लगा पायी है तो गिरफ्तारी और न्याय मिलने की उम्मीद कैसे की जा सकती है. जब तक उसके पुत्र की हत्याकांड का पुलिस उद्भेदन नहीं करती है, तबतक शांतिपूर्वक अपने पुत्र के न्याय के लिये भूख हड़ताल पर रहुंगा. इस मामले को लेकर वे एसपी से लेकर डीआईजी तक गुहार लगाये. बावजूद अबतक परिणाम शुन्य है. ऐसे में यह प्रतीत होता है कि पुलिस इस मामले में शामिल लोगों को बचाने का प्रयास कर रही है. वहीं भूख हड़ताल के समर्थन में धरहरा दक्षिण पंचायत के पैक्स अध्यक्ष प्रधुम्न सिंह, वार्ड सदस्य संतोष सिंह, सरपंच महादेव कोड़ा, निरंजन तांती, अशोक मंडल, जय प्रकाश बिंद, सरपंच प्रतिनिधि अजय कुमार चंद्रवंशी, सन्नी यादव, उमेश यादव, उप सरपंच विनोद यादव, किशोर सिंह, मिठू कुमार भी आंदोलन स्थल पर बैठे.
क्या है मामला
21 जुलाई 2024 की रात लगभग 9 बजे इंद्रजीत प्रसाद वर्मन उर्फ बुद्धि को किसी का फोन आने के बाद घर से बाहर आने को कहा, लेकिन देर रात्रि तक वह घर नहीं आया तो उसके परिजनों ने उसकी तलाश की. वहीं 23 जुलाई को इंद्रजीत का शव घर के पास से ही सटे पहाड़ के एक बगीचे के आम के पेड़ मे लटका बरामद हुआ था. इसे लेकर धरहरा थाना में कांड संख्या 180/2024 दर्ज किया गया. लेकिन पुलिस अबतक इस मामले का उद्भेदन नहीं कर पायी है.
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