संवाददाता, कोलकाता
मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी उत्तर बंगाल के दौरे पर हैं. कोलकाता से सिलीगुड़ी के बागडोगरा एयरपोर्ट पहुंचने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सिर्फ पश्चिम बंगाल में ही लक्खी भंडार योजना के तहत महिलाओं को हर महीने अनुदान मिलता है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में महिलाओं को लक्खी भंडार की तर्ज पर आर्थिक अनुदान मिलने के दावे को फर्जी करार दिया. मुख्यमंत्री ने कहा कि लक्खी भंडार का पैसा केवल पश्चिम बंगाल में महिलाओं को दिया जाता है. दूसरे राज्यों में सिर्फ वादे किये जाते हैं, पैसा नहीं मिलता.
सुश्री बनर्जी ने दावा किया कि महाराष्ट्र में लक्खी भंडार के बारे में ‘झूठी’ जानकारी फैलायी जा रही है. भारत के किसी अन्य राज्य में लक्खी भंडार के तहत महिलाओं को मासिक अनुदान नहीं दिया जा रहा है. राजनीतिक दल सिर्फ प्रचार के लिए झूठे वादे करते हैं.
महाराष्ट्र चुनाव के बारे में पूछे जाने पर सुश्री बनर्जी ने कहा: मैं किसी अन्य राज्य पर टिप्पणी नहीं करना चाहती. चुनाव से पहले ऐसी टिप्पणियां नहीं की जानी चाहिए. लेकिन मैं यह चाहताी हूं कि लोग भाजपा के खिलाफ वोट करें.
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में लक्खी भंडार योजना के तहत अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) वर्ग की महिलाओं को प्रति माह 1200 रुपये और अन्य वर्ग की महिलाओं को हर महीने 1000 रुपये मिलते हैं.
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में वहां के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने महिलाओं को प्रत्येक माह आर्थिक अनुदान देने के लिए ‘लड़की बहिन’ परियोजना शुरू की थी. इस योजना के तहत महिलाओं को प्रति माह 1500 रुपये का भत्ता दिया जा रहा है. इस बीच, श्री शिंदे ने फिर वादा किया कि अगर वह विधानसभा चुनाव जीतते हैं तो यह भत्ता 1,500 रुपये से बढ़ाकर 2,100 रुपये कर दिया जायेगा. इसके बाद मुंबई में विपक्ष पार्टियों के संयुक्त प्रचार मंच से राहुल गांधी, शरद पवार, उद्धव ठाकरे और अन्य ने घोषणा की कि अगर वे सत्ता में आये तो ””महालक्ष्मी योजना”” शुरू करेंगे और महिलाओं को 3,000 रुपये का मासिक भत्ता देने की व्यवस्था करेंगे. इस बार चुनावी माहौल में दोनों पार्टियों की लड़ाई पर ममता ने तंज कसा है. मुख्यमंत्री के साथ राज्य के खेल मंत्री अरूप विश्वास भी उत्तर बंगाल के दौरे पर हैं. इससे पहले उत्तर बंगाल के लिए रवाना होने से पहले कोलकाता एयरपोर्ट पर सुश्री बनर्जी ने कहा कि करीब डेढ़ वर्ष पहले वह कर्सियांग दौरे पर गयी थीं. लोकसभा चुनाव के दौरान भी वह दार्जिलिंग नहीं गयी थीं. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी मां-माटी-मानुष सरकार राज्य के विकास के लिए 365 दिन कार्य करती है. उन्होंने मतदाताओं से प्रदेश में तेज विकास सुनिश्चित करने के लिए विधानसभा की छह सीटों पर होने वाले उपचुनाव में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के प्रत्याशियों को वोट देने का आग्रह किया.
गौरतलब है कि यह उपचुनाव मौजूदा विधायकों के इस वर्ष लोकसभा चुनाव में निर्वाचित होने के बाद सीट खाली होने की वजह से जरूरी हुआ है. तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा: मैं छह विधानसभा क्षेत्रों की जनता से यह कहना चाहती हूं कि पश्चिम बंगाल सरकार, मां, माटी और मानुष 365 दिन आपके साथ हैं इसलिए अपने इलाकों में विकास कार्यों को गति देने के लिए तृणमूल को वोट करें.
तृणमूल ने कूचबिहार जिले के सिताई से संगीता राय, अलीपुरदुआर के मदारीहाट से जय प्रकाश टोप्पो, नैहाटी से सनत डे, उत्तर 24 परगना के हाड़ोआ से एसके रबीउल इस्लाम, बांकुड़ा के तालडांगरा से फाल्गुनी सिंघाबाबू और पश्चिम मेदिनीपुर जिले के मेदिनीपुर विधानसभा क्षेत्र से सुजॉय हाजरा को चुनावी मैदान में उतारा है. वर्ष 2021 में हुए विधानसभा चुनाव में तृणमूल ने इनमें से पांच सीट पर जीत हासिल की थी.हालांकि, मदारीहाट सीट पर भाजपा ने जीत हासिल की थी.
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