Champions Trophy 2025: भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान की यात्रा करने से मना कर दिया है. इसे लेकर बीसीसीआई ने आईसीसी को सूचित कर दिया था. अब आईसीसी ने भी पीसीबी को इसकी जानकारी दे दी है. पीसीबी के एक सूत्र ने कहा है कि आईसीसी को प्रसारकों की तरफ से कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार पीसीबी अपने कानूनी सलाहकारों से बात करके आईसीसी को ईमेल भेजेगा जिसमें भारत के फैसले पर स्पष्टीकरण मांगा जायेगा. पीसीबी मशविरे और जरूरत पड़ने पर निर्देशों के लिये सरकार के संपर्क में है. अगर पाकिस्तान सरकार भारत से क्रिकेट संबंधों पर कठोर फैसला लेती है तो आईसीसी के लिये इसके कानूनी नतीजे हो सकते हैं. अगर टीम इंडिया इसमें शामिल नहीं होती तो व्यावसायिक साझेदारों की ओर से कानूनी नतीजे भुगतने पड़ सकते हैं, क्योंकि आईसीसी ने प्रसारकों और प्रायोजकों से कहा है कि चैंपियंस ट्रॉफी में सभी शीर्ष क्रिकेट खेलने वाले देश भाग लेंगे.
भारत के इनकार पर आईसीसी से सफाई मांगेगा पीसीबी
पीसीबी चैम्पियंस ट्रॉफी की मेजबानी को लेकर आईसीसी से स्पष्टीकरण मांगेगा. क्योंकि उसे सिर्फ बताया गया है कि भारतीय टीम अगले साल फरवरी में होने वाले टूर्नामेंट के लिये नहीं आयेगी लेकिन हाइब्रिड मॉडल के प्रस्ताव पर कोई जानकारी नहीं दी गई है. पीसीबी के एक जानकार सूत्र ने कहा कि चैम्पियंस ट्रॉफी हाइब्रिड मॉडल पर कराने को लेकर कोई बात नहीं हुई है. पिछले साल एशिया कप में हाइब्रिड मॉडल अपनाया गया था जब भारत के मैच श्रीलंका में और बाकी सारे मैच पाकिस्तान में हुए थे. ऐसी अटकलें हैं कि इस बार चैंपियंस ट्रॉफी में भारत के मैच दुबई में हो सकते हैं. भारतीय टीम ने 2008 के मुंबई आतंकी हमले के बाद से पाकिस्तान का दौरा नहीं किया है. दोनों टीमें सिर्फ आईसीसी टूर्नामेंटों में ही एक दूसरे से खेलती है.
भारत से खेलना ही बंद कर दे पाकिस्तान: पाकिस्तान सरकार
बीसीसीआई के इस फैसले के बाद पाकिस्तानी अखबार डॉन की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पाकिस्तान वैश्विक आयोजन से पीछे हट सकता है. पीसीबी प्रमुख मोहसिन नकवी पहले ही कह चुके हैं कि पाकिस्तान चैंपियंस ट्रॉफी के लिए हाइब्रिड मॉडल को स्वीकार नहीं करेगा. डॉन डॉट कॉम की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान सरकार पीसीबी को चैंपियंस ट्रॉफी से हटने के लिए पर विचार करने को कह सकती है. पाकिस्तान सरकार पीसीबी से यह भी कह सकती है कि जब तक कि भारत और पाकिस्तान के बीच सरकारी स्तर पर मुद्दे हल नहीं हो जाते, पाकिस्तान आईसीसी या एशियाई क्रिकेट काउंसिल के किसी भी टूर्नामेंट में भारत के खिलाफ खेलने से इनकार कर दे.