Jharkhand Election 2024 : रांची के तमाड़ थाना का अतिनक्सल प्रभावित व सुदुरवर्ती गांव आराहांगा के लोग इस बार पहली बार विधान सभा चुनाव के दौरान पहली बार अपने गांव के बूथ पर वोट देंगे. इससे ग्रामीणों में काफी उत्साह है. तमाड़ विधान सभा क्षेत्र में बुधवार को प्रथम चरण में मतदान है. तमाड़ का सुदुरवर्ती इलाका और पहाड़ तराई में बसा आराहांगा गांव में सुरक्षा के विशेष इंतजाम किये गये हैं.
नक्सलियों के कब्जे में था आराहांगा गांव
आराहांगा गांव इसके पहले नक्सलियों के कब्जे में था. नक्सली कुंदन पाहन के नेतृत्व में नक्सली यहां हमेशा उत्पात मचाते थे. नक्सली सुदूरवर्ती इलाका के भौगोलिक स्थिति से अवगत थे. जिसके कारण वे लोग गोरिल्ला वार करते थे और रांची पुलिस व केंद्रीय अर्द्धसैनिक बल पर भारी पड़ते थे. नक्सली ग्रामीणों को डराते थे, अपनी जान के भय से ग्रामीण मतदान करने के लिए नहीं निकलते थे. इलाके में जिला प्रशासन के पदाधिकारी, रांची पुलिस व सीआरपीएफ सहित अन्य केंद्रीय अर्द्धसैनिक बल काे हमेशा लगाया जाता था, लेकिन नक्सली ग्रामीणों को इतना अधिक डरा देते थे कि अपनी जान की भय से वोट करने नहीं निकलते थे.
इलाके में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद
2024 के विधानसभा चुनाव के लिए रांची पुलिस का कहना है कि इस बार केंद्रीय अर्द्धसैनिक बल, झारखंड पुलिस रैप, जैप को इतनी अधिक तादाद में तैनात किया गया है कि सुरक्षा में यदि परिंदा भी सेंध मारने का प्रयास तो वह बच कर नहीं निकल पायेगा.
शिफ्ट कर दिया गया था बूथ
नक्सलियों के भय से लोग मतदान करने नहीं जाते थे, इसलिए चुनाव आयोग के निर्देश पर तमाड़ के आराहंगा गांव के बूथ काे दूसरे गांव में शिफ्ट कर दिया गया था. लोग दूसरे गांव में भी डर-डर के ही वोट डालने जाते थे. एक बार एक चुनाव के दौरान ग्रामीण ट्रैक्टर से वोट देने जा रहे थे.उस दौरान नक्सलियों ने उन्हें राेक लिया था और अपना वर्चस्व दिखाने के लिए ट्रैक्टर जला दिया था. उसके बाद इलाके लोग दहशत में वोट देने नहीं निकलते थे.
पुलिस ने किया नक्सलियों का सफाया
झारखंड पुलिस के प्रयास से अब उस इलाके में नक्सलियों का पूरी तरह सफाया हो गया है. जिसके कारण आराहांगा गांव के लोग निर्भिक होकर मतदान करने के लिए निकलेंगे. सुरक्षा के इतने कड़े इंतजाम किये गये हैं, पुलिस के इंतजाम से ग्रामीण भी काफी खुश हैं.