हावड़ा. राज्य सचिवालय नबान्न के पास मंदिरतला बस स्टैंड पर वेस्ट बंगाल ग्रुप डी की परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके अभ्यर्थियों द्वारा की जा रही नियुक्ति की मांग पर तीन दिवसीय धरना प्रदर्शन के दूसरे दिन मंगलवार को विपक्षी दल के नेता शुभेंदु अधिकारी मौके पर पहुंचे. उन्होंने कहा कि गैर-राजनीतिक आंदोलन में आंदोलनकारियों की मांग अगर जायज है, तो किसी भी दल का नेता शामिल हो सकता है. प्रदर्शनकारियों को उन्होंने परामर्श देते हुए कहा कि हाइकोर्ट की अनुमति मिलने के बाद वे लोग धरना पर बैठे हैं. वे लोग अपना ज्ञापन मुख्य सचिव को ही सौंपे. किसी दूसरे को ज्ञापन देने की गलती भी ना करें. वह इन प्रदर्शनकारियों को बतौर मेंटर के हिसाब से मदद जरूर करूंगा. भाजपा नेता ने कहा कि विपक्षी दल के नेता होने के नाते वह विधानसभा में इस विषय को लेकर स्थगन प्रस्ताव पेश करेंगे. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर कटाक्ष करते हुए श्री अधिकारी ने कहा कि प्रदर्शनकारियों के भय से सीएम अचानक दार्जिलिंग चली गयी हैं, ताकि उन्हें प्रदर्शनकारियों से मुखातिब नहीं होना पड़े. भाजपा नेता ने राज्य के लोगों से अपील की कि अगर वे बंगाल को बेहतर बनाना चाहते हैं, तो भत्ता लेना छोड़ें. उन्होंने अफसोस जाहिर किया और कहा कि यह माटी विद्वानों की रही है और वर्तमान में क्या स्थिति हो गयी है. इसका ज्वलंत उदाहरण यह है कि परीक्षा पास कर चुके ये अभ्यर्थी पिछले कई दिनों से नियुक्ति की मांग कर रहे हैं. वहीं, दूसरी ओर इस प्रदर्शन में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शुभंकर सरकार, शुभ्रज्योति दास सहित अन्य भी शामिल थे. मालूम रहे कि वर्ष 2017 में हुई इस परीक्षा में 18000 से अधिक अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए थे, जिनमें से 5422 की नियुक्ति हो गयी, लेकिन बताया जा रहा है कि बाकी अभ्यर्थियों को अभी तक नियुक्त नहीं किया गया है. इसी की मांग पर सभी धरने पर बैठे हैं.
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