संवाददाता, कोलकाता हावड़ा के निकट बोटैनिकल गार्डन के पास शालीमार स्टेशन के निकट दो दिन की नवजात बच्ची की तस्करी के आरोप में सीआइडी की टीम ने मानिक हालदार एवं एक महिला को गिरफ्तार किया था. सीआइडी सूत्रों के मुताबिक पूछताछ में कई सनसनीखेज जानकारी उन्हें मिली है. सीआइडी सूत्रों के अनुसार मानिक पिछले तीन वर्षों से विभिन्न राज्यों में शिशु तस्करी का धंधा कर रहा था. शिशु तस्करी करने से पहले वह एसी मैकेनिक के तौर पर काम करता था. ठाकुरपुकुर के रहनेवाले मानिक ने पूछताछ में बताया कि उसने कक्षा सात तक की पढ़ाई की है. आरोपी ने सीआइडी को बताया कि इलाके के एक आइवीएफ सेंटर में नि:संतान दंपती को देखकर उसने शिशु तस्करी का धंधा करने के बारे में सोचा था. इसके बाद उसने खुद ही अपने मोबाइल पर फेसबुक पेज बनाया. उक्त पेज के जरिए वह ग्राहक खोजने लगा. पेज के जरिए संपर्क करने वाले लोगों से वह बातचीत करता था. उनकी डिमांड के अनुसार वह फिर बच्चा तलाशना शुरू कर देता था. सीआइडी को यह भी पता चला कि वह इस धंधे के सिलसिले में दो बार विदेश भी जा चुका है. वहां लंबे समय तक रह चुका है. सीआइडी सूत्रों के अनुसार मानिक बंगाल के अलावा अन्य राज्य में भी बच्चों की तस्करी कर चुका है. मानिक के साथ इस गिरोह में काम करनेवाले अन्य सदस्य बिहार के विभिन्न इलाकों में अब भी सक्रिय हैं. उसके साथियों को पकड़ने के लिए सीआइडी की टीम बिहार के गया व पटना के कुछ ठिकानों में लगातार छापामारी कर रही है. जिस बच्ची को रविवार की सुबह शालीमार स्टेशन से मुक्त कराया गया उसके असली मां-बाप से संपर्क करने की कोशिश लगातार की जा रही है.
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