समाचार पत्र वितरकों के दादा मुनि कहे जाने वाले जीवन घोष उर्फ जीवन दा के निधन पर समाचार पत्र विक्रेता संघ ने श्रद्धांजलि दी. दो साल पहले अप्रैल में जीवन दा का ब्रेन हेमरेज हो गया था और तब से लगातार बीमार थे. वह पिछले 30 वर्षों से लगातार अखबार पाठकों की सेवा की. 60 वर्ष की उम्र में उनका निधन मंगलवार शाम साढ़े पांच बजे बरारी घाट रोड स्थित आवास पर हो गया. उन्होंने अपने कुशल नेतृत्व में तिलकामांझी समाचार पत्र विक्रेता संघ का गठन किया था. हमेशा वितरकों के हित में काम किया. उनके निधन का समाचार सुनते वितरक शोकाकुल हो गये और अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे. जीवन दा के निधन पर अंग प्रदेश समाचार पत्र विक्रेता संघ नाथनगर के अध्यक्ष राम प्रवेश कुमार, उपाध्यक्ष शंभु नाथ यादव, संगठन संरक्षक गौतम कुमार ठाकुर, कोषाध्यक्ष मो मोसीम, वितरक साथी सुशांत रंजन, सोनू शर्मा, अजय यादव, भरत, हरिओम, किशोर यादव, मुन्ना, सुशील खेतान, पप्पू लोहार, मृत्युंजय, मुकेश, बालमुकुंद, सूरज, आशीष, अमित, मंतोष, सुमन, पवन, प्रसार प्रतिनिधि रंजीत पांडेय, राजेश कुमार, अभिषेक कुमार तिवारी, उत्तम सिंह, विनय कुमार झा, मो शाहीन, दीपक कुमार भारती, करण, विकास यादव, मनोज कुमार ने नाथनगर समाचार पत्र वितरण केंद्र पर शोकसभा की. दो मिनट तक मौन रह कर जीवन दा की आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की. सचिव कन्हैया यादव ने कहा कि इस दुखद समय में हम वितरक समाज परिजनों के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करते हैं. जीवन दा की कमी हमेशा महसूस होगी. जब तक स्वस्थ रहे, हमारे अभिभावक के समान मार्गदर्शन करते रहे. उनके भाई व परिजनों के आने के बाद गुरुवार को बरारी घाट पर अंतिम संस्कार किया जायेगा.
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