दरभंगा. सामाजिक सांस्कृतिक उन्नयन के लिए विद्यापति सेवा संस्थान की ओर से किया जा रहे प्रयास की जितनी सराहना की जाए वह कम है. सांस्कृतिक उन्नयन के लिए इससे बेहतर कार्यक्रम की कल्पना ही की जा सकती है तथा उसे साकार करने में अत्यधिक परिश्रम भी करना होगा. डॉ वैद्यनाथ चौधरी बैजू के इस प्रयास की जितनी सराहना की जाए वह कम है. यह बातें 52वें मिथिला विभूति पर्व समारोह के शुभारंभ के उपरांत अपने संबोधन में मुख्य अतिथि ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. संजय कुमार चौधरी ने बुधवार की देर शाम यह बात कही. मिथिला विभूति पर्व के उद्घाटन समारोह में राज्यसभा सांसद डॉ धर्मशिला गुप्ता, मंत्री हरि सहनी, नगर विधायक संजय सरावगी आदि उपस्थित रहे. सांसद डॉ गुप्ता ने कार्यक्रम के लिए विद्यापति सेवा संस्थान की सराहना की. कार्यक्रम की अध्यक्षता कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो शशिनाथ झा ने की. अतिथियों का स्वागत करते हुए संस्थान के महासचिव डॉ वैद्यनाथ चौधरी बैजू ने कहा कि जितने भी अतिथि इस मंच पर आते हैं, वह माता जानकी, मां मैथिली एवं कवि विद्यापति के सम्मान में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाते हैं. साथ-साथ मिथिला एवं मैथिली के सम्मान को भी प्रदर्शित करते हैं. प्रत्येक व्यक्ति के उद्गार से मैथिली एवं मां जानकी के प्रति जो श्रद्धा निवेदित होता है, वही मैथिली की ताकत है. कार्यक्रम में सृष्टि फाउंडेशन एवं नटराज डांस एकेडमी के बच्चों ने मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया. कार्यक्रम का संचालन मैथिली अकादमी के पूर्व अध्यक्ष कमलाकांत झा ने किया. कार्यक्रम में पूर्व शिक्षा मंत्री डॉ राम लखन राम रमण, बालेंदु झा बालाजी, राम नारायण झा, राजीव चौधरी आदि मौजूद थे.
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