कोलकाता.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को दार्जिलिंग में आयोजित कार्यक्रम के दौरान कहा कि दार्जिलिंग टी के नाम पर कई जगहों पर नकली चाय बेची जा रही है, जिससे दार्जिलिंग टी का नाम खराब हो रहा है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आगे कहा कि इन नकली या निम्न गुणवत्ता वाली दार्जिलिंग चाय की बिक्री रोकने के लिए इस बार राज्य सरकार सख्त कदम उठायेगी. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दार्जिलिंग में घोषणा की है कि जल्द ही इस संबंध में कदम उठाये जायेंगे. उन्होंने कहा कि दार्जिलिंग चाय की पूरे विश्व में अलग प्रतिष्ठा है, लेकिन हाल ही में दार्जिलिंग चाय के नाम पर निम्न गुणवत्ता वाली चाय की पत्तियां बेची जा रही हैं, इससे राज्य की बदनामी हो रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि दार्जिलिंग की चाय सबसे अच्छी है. जब मैं पहली बार यूएसए, यूके दौरे पर गयी थी तो देखा था कि विदेशी चाय लाउंज में दार्जिलिंग चाय परोसी जा रही थी. कुछ लोग अब खराब चाय को दार्जिलिंग चाय के नाम से बेच रहे हैं, जिसे रोकने के लिए एक सिस्टम शुरू किया जा रहा है.तेंदुए व रेड पांडा के शावकों का किया नामकरण : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बुधवार सुबह दार्जिलिंग की सड़कों पर टहलने के लिए निकली थी. मॉल की ओर जाने से पहले ममता बनर्जी दार्जिलिंग के पद्मजा नायडू जूलॉजिकल पार्क के सामने रुकीं. चिड़ियाघर में दो नये मेहमानों को देखकर काफी खुश नजर आयीं. उन्होंने दो हिम तेंदुए के शावकों का नामकरण भी किया. एक का नाम ‘डार्लिंग’ व दूसरे का नाम ‘चार्मिंग’ रखा गया. चिड़ियाघर के सामने खड़े होकर ममता बनर्जी ने तेंदुए के शावकों के नामों की घोषणा करने के साथ ही चार लाल पांडा का नाम भी रखा. ममता बनर्जी ने कहा कि चार लाल पांडा शावकों के नाम पहाड़िया, विक्ट्री, ड्रीम और हिली हैं. पिछले जुलाई में दार्जिलिंग के पद्मजा नायडू जूलॉजिकल पार्क में छह नये मेहमान आये थे. अब चिड़ियाघर में हिम तेंदुओं की संख्या 11 हो गयी है. वहीं, चार नये शावकों के जन्म के बाद अब लाल पांडा की संख्या 19 हो गयी है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है