Bhagalpur News: पीरपैंती. डीडीसी प्रदीप कुमार सिंह ने कहा है कि मोहबी व मेहंदी पोखर गांवों को सिल्क हब के रूप विकसित किया जायेगा. उन्होंने कहा कि मनरेगा व जीविका को इस संबंध में आवश्यक निर्देश दिया गया है. रेल परियोजना हेतु अधिग्रहित जमीन के मुआयना के बाद डीडीसी पूरी टीम के साथ बुनकर बहुलता वाले मोहबी गांव आये थे. जहां उनलोगों ने बुनकरों व वहां इस काम से जुड़ी महिलाओं से वार्ता कर उनकी समस्याओं की जानकारी ली.
प्रतिभा सम्पन्न कारीगर को होगा लाभ
डीडीसी ने बताया कि मोहबी व मेहंदी पोखर में सिल्क से कपड़े तैयार करनेवाले नैसर्गिक प्रतिभा सम्पन्न कारीगर है. सरकार द्वारा सिल्क उद्योग को प्रोत्साहित करने के लिए मनरेगा के माध्यम से व जीविकाकर्मियों के सहयोग से व्यापक कार्यक्रम को क्रियान्वित करने वाली है. उन्होंने इन दोनों गांवों को सिल्क हब के रूप विकसित किए जाने की जानकारी देते हुए कहा कि मनरेगा व जीविका को इस संबंध में आवश्यक निर्देश दिया गया है.
गोड्डा-पीरपैंती रेल लाइन के लिए जमीन का निरीक्षण
गोड्डा-पीरपैंती रेल लाइन निर्माण परियोजना के लिए झारखंड सीमा से बिहार तक नौ किमी रेल पटरियों को बिछाने के लिए अधिग्रहित की जानेवाली रैयतों की जमीन का डीडीसी प्रदीप कुमार सिंह के नेतृत्व में अधिकारियों ने भौतिक सत्यापन किया. उनके साथ रेल विभाग के अभियंता व कर्मियों के अलावा अपर समाहर्ता (विधिव्यवस्था) महेश्वर प्रसाद सिंह, भू अर्जन पदाधिकारी राकेश कुमार, जिला उद्योग पदाधिकारी पीरपैंती, बीडीओ अभिमन्यु कुमार व सीओ मनोहर कुमार ने प्यालापुर मौजा के सगुनी व गोराडीह में लगभग 2.5 किमी जमीन का निरीक्षण किया.
पीरपैंती के चार मौजों की जमीन का हो रहा अधिग्रहण
इस क्रम में जमीन की किस्म, फलदार व फर्नीचर निर्माण कार्य में उपयोगी पेड़ों की गणना भी की. सनद रहे कि गोड्डा से पीरपैंती तक रेल लाइन बिछाने के लिए प्यालापुर, मजरोहि, उदयपुरा, प्रसबन्ना व रिफातपुर मौजा की जमीन अधिग्रहित की जानी है. डीडीसी ने बताया कि गोड्डा से पीरपैंती तक रेल खंड का निर्माण होना है, जिसके लिए सरकार पीरपैंती के चार मौजों की जमीन के अधिग्रहण की प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है.
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