Munger news : पश्चिम बंगाल की एसटीएफ ने अवैध हथियार निर्माण के लिंक को खंगालते हुए मुंगेर के तारापुर व असरगंज क्षेत्र में चल रहे हथियार नेटवर्क का बड़ा खुलासा किया है. बंगाल एसटीएफ ने बिहार एसटीएफ व मुंगेर पुलिस के सहयोग से असरगंज व तारापुर थाना क्षेत्र में बुधवार को छापेमारी कर अवैध हथियार निर्माण एवं तस्करी के बड़े गिरोह का पर्दाफाश कर दिया. इस छापेमारी में यह बात उभर कर सामने आयी कि हथियार को एक जगह पूर्ण निर्मित नहीं किया जाता. तारापुर में हथियार के बॉडी व पार्ट्स तैयार होते थे, जिसे असरगंज में फिनिशिंग टच दिया जाता था. इस छापेमारी के दौरान जिन हथियार कारीगरों की गिरफ्तारी हुई वे सभी मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मिर्जापुर बरदह गांव के रहनेवाले हैं. यह गांव वर्षों से अवैध हथियार की मंडी के रूप में देश-विदेश तक में प्रसिद्ध है.
पत्तल फैक्ट्री की आड़ में चल रहा था गोरखधंधा
तारापुर थाना क्षेत्र के मिल्की खानपुर गांव में बिहार एसटीएफ, पश्चिम बंगाल एसटीएफ एवं मुंगेर पुलिस की टीम ने बुधवार की देर शाम संयुक्त रूप एक पत्तल फैक्ट्री में छापेमारी कर मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा किया. यहां से छह पिस्टल बॉडी, छह पिस्टल बट, एक लेथ मशीन, एक मिलिंग मशीन, एक ड्रिल मशीन, एक ग्राइंडर मशीन, एक पॉलिश मशीन जब्त की गयी. पिस्टल बॉडी तैयार करनेवाली सामग्री भी पुलिस ने बरामद की है. पुलिस ने यहां से तारापुर थाना क्षेत्र के गाजीपुर निवासी मो नसीम और मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मिर्जापुर बरदह गांव निवासी मो मोनाजिर को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार मोनाजिर ने खानपुर गांव में एक मकान किराये पर लेकर पत्तल फैक्ट्री खोला था. यहां पर पत्तल प्लेट तैयार किया जाता था. पर, वह पत्तल फैक्ट्री की आड़ में मुख्य रूप से लोहे की प्लेट काट कर उससे पिस्टल बॉडी तैयार करता था. तारापुर एसडीपीओ सिंधु शेखर सिंह ने भी बताया कि तारापुर के खानपुर में छह महीने से पत्तल फैक्ट्री की आड़ में हथियार बनाने का बड़ा उपकरण कटिंग मशीन लगायी गयी थी. इस पर लोहे के प्लेट की कटिंग कर पिस्टल बॉडी तैयार की जाती थी.
तहखाने में कर रहे थे अवैध हथियार का निर्माण
पश्चिम बंगाल व बिहार एसटीएफ एवं मुंगेर पुलिस ने नगर पंचायत के रहमतपुर बासा स्थित माली टोला में एक नवनिर्मित भवन में बुधवार की शाम मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा किया. यहां से पांच हथियार तस्करों को गिरफ्तार किया गया. ये सभी घर के एक कमरे की जमीन को खोद कर करीब 10 फीट लंबा, 15 फीट चौड़ा व 7 फीट गहरा एक तहखाना बना कर वहां आराम से हथियार का निर्माण कर रहे थे. पुलिस ने मौके से चार निर्मित, कई अर्ध निर्मित हथियार के साथ पांच लोगों को गिरफ्तार किया. इसमें रहमतपुर बासा निवासी मकान मालिक सूर्य प्रकाश उर्फ छोटू, मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मिर्जापुर बरदह गांव निवासी मो आजाद आलम, मो आफताब आलम, मो परवेज, मो तनवेज आलम शामिल थे, जो तारापुर में निर्मित हथियारों को यहां फाइनल टच देने का काम करते थे.
तस्करों ने तारापुर व असरगंज को बनाया नया ठिकाना
मुफस्सिल थाना क्षेत्र का मिर्जापुर बरदह गांव हथियारों की मंडी के रूप में सिर्फ बिहार ही नहीं, बल्कि पूरे देश और विदेश में भी प्रसिद्ध है. यहां कट्टा से लेकर अत्याधुनिक हथियार एके-47 तक बरामद हो चुके हैं. किसी भी देश के पुलिसिया हथियार की नकल करने में यहां के कारीगरों ने महारथ हासिल कर रखा है. पुलिस दबिश के कारण यहां के हथियार कारीगर व तस्कर समय-समय पर अपना ठिकाना बदलते रहते हैं. कभी दियारा व नक्सल प्रभावित जंगली पहाड़, तो कभी रिहायशी इलाकों में भाड़े पर मकान लेकर या फिर मकान मालिक को पार्टनर बना कर हथियारों का निर्माण करते हैं. दूसरे जिले व राज्यों में भी जाकर हथियार का निर्माण करते हैं. इनको जहां ठिकाना मिलता है, वहीं पर हथियारों का कारोबार शुरू कर देते हैं. पुलिस छापेमारी में मिर्जापुर बरदह गांव के तारापुर में एक और असरगंज में चार हथियार कारीगर व तस्कर गिरफ्तार किये गये हैं, जो इस बात की पुष्टि करते हैं कि हथियार तस्करों ने तारापुर व असरगंज को अपना नया ठिकाना बना लिया है.
पुलिस लगातार कर रही है कार्रवाई : एसपी
पुलिस अधीक्षक सैयद इमरान मसूद ने बताया कि हथियार निर्माण व तस्करी के खिलाफ पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है. जहां से सूचना मिलती है, वहां पर कार्रवाई की जाती है. बुधवार को तारापुर व असरगंज थाना क्षेत्र में कार्रवाई करते हुए सात हथियार तस्करों को गिरफ्तार किया गया है. कई निर्मित व अर्धनिर्मित हथियार व भारी मात्रा में उपकरण की बरामदगी की गयी है.