Birsa Munda Jayanti: दिल्ली के सराय काले खां चौक का नाम बदल दिया गया है. अब इसे बिरसा मुंडा चौक के नाम से जाना जाएगा. भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के मौके पर केंद्र की मोदी सरकार ने यह बड़ा फैसला किया है. केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने नाम बदलने की घोषणा की है. इस चौक के पास ही बिरसा मुंडा की भव्य प्रतिमा का भी अनावरण किया गया.
बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया जाता है. गुमनाम आदिवासी नायकों के बलिदान की याद में वर्ष 2021 से जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया जा रहा है.
बांसेरा पार्क में बिरसा मुंडा की बिरसा मुंडा की प्रतिमा का अनावरण
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली के रिंग रोड स्थित बांसेरा पार्क के प्रवेश द्वार पर महान आदिवासी नेता बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर उनकी प्रतिमा का अनावरण किया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने 2021 में घोषणा की थी कि भारत हमेशा इस दिन को ‘‘आदिवासी गौरव दिन’’ के रूप में मनाएगा क्योंकि भगवान बिरसा मुंडा का जन्म इसी दिन झारखंड में हुआ था. भगवान बिरसा मुंडा के जीवन को हम दो भागों में बांटकर देख सकते हैं. एक, आदिवासी संस्कृति की रक्षा और दूसरा, देश की आजादी के लिए सर्वोच्च बलिदान देने का जज्बा. 25 साल की उम्र में उन्होंने एक ऐसी गाथा लिखी, जिसे 150 साल बाद भी याद किया जाता है.
(इनपुट पीटीआई)