बरौनी. प्रधान मुख्य परिचालन प्रबंधक हाजीपुर मुख्यालय डाॅ मनोज सिंह अपने निर्धारित तय कार्यक्रम के अनुसार बरौनी जंक्शन पर सुबह लगभग 10 बजे पहुंचे. आगमन के बाद उन्होंने सबसे प्लेटफॉर्म नंबर 5 के पूरबी छोर का अवलोकन करते हुए 09 नवंबर शनिवार को बरौनी जंक्शन पर इंजन व बफर के बीच दबने से रेलकर्मी पोर्टर अमर कुमार की मौत मामले की जांच करने घटनास्थल पर पहुंचे जहां मौजूद स्टेशन मास्टर, मुख्य यार्ड मास्टर को उन्होंने जमकर फटकार लगायी और कहा ड्यूटी के दौरान किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाए. इस प्रकार की दुर्घटना बिल्कुल भी क्षमा लायक नहीं है. वहीं उन्होंने उपस्थित बरौनी रेल पदाधिकारी एवं कर्मी को खूद को सुरक्षित रखते हुए कार्य करने की सलाह दी साथ ही उन्होंने शंटर और प्वाइंट मैन के कार्यों की समीक्षा की और आवश्यक दिशा निर्देश दिये. उपस्थित पदाधिकारी को स्टेशन परिसर में होने वाले हर कार्य पर पैनी नजर रखने को कहा. साथ ही प्रधान मुख्य परिचालन पदाधिकारी ने पूरब और पश्चिमी छोर पर प्लेटफार्म एरिया के बाहर प्लेटफार्म तक पहुंचने के लिए खुले रास्ते पर साइकिल मोटरसाइकिल का उपयोग किये जाने पर चिंता जताई और रेल परिचालन में बाधक के साथ दुर्घटना का कारण भी बताया. इस रास्ते की पूरी तरह बैरिकेडिंग कर नियमों का पालन नहीं करने वाले पर सख्त कार्यवाई का निर्देश दिया. इसके बाद निर्माणाधीन प्लेटफार्म, निर्माणाधीन आरआर आई, पैनल, वाशिंगपीट का निरीक्षण किया. साथ ही उन्होंने गार्ड, स्टेशन मास्टर और लोको शंटर से बात की और सभी को मांसिक संतुलन बनाकर खुद को सुरक्षित रखते हुए कार्य करने का सलाह दिया. मौके पर वीके दास, उपमुख्य परिचालन प्रबंधक हाजीपुर तथा वरीय परिचालन प्रबंधक सोनपुर क्षेत्रीय प्रबंधक बरौनी मौजूद थे. बताते चलें कि 09 नवंबर शनिवार की सुबह बरौनी जंक्शन पर इंजन व बफर के बीच दबने से रेलकर्मी पोर्टर अमर कुमार की मौत मामले में रेल प्रशासन ने प्रथम दृष्टया दो रेलकर्मी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. इस संबंध में एरिया मैनजर राजेश रंजन सहाय ने बताया कि घटना के समय डयूटी पर तैनात पोर्टर मो सुलेमान व लोको शंटर राकेश रौशन दोनों को घटना की पूरी जांच होने तक सस्पेंड कर दिया गया है. डीआरएम सोनपुर विवेक भूषण सूद के द्वारा घटना के संबंध में गठित कमिटी द्वारा घटना की जांच की जा रही है. हालांकि सस्पेंड कर्मियों ने वरीय अधिकारियों के समक्ष अपना पक्ष रखते हुए आवेदन भी दिया है. लेकिन दुर्घटना के बाद से लगातार सोनपुर मंडल एवं हाजीपुर मुख्यालय के पदाधिकारी द्वारा मामले की सघनता से जांच की जा रही. उक्त मामले में रेल विभाग के द्वारा पीड़ित परिजन को मुआवजा दिये जाने के साथ अनुकंपा पर नौकरी दिये जाने को लेकर आदेश भी दे दिया गया है.
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