फुलवारीशरीफ. फुलवारीशरीफ में एक बाल विवाह को एनजीओ की मदद से रोक दिया गया और परिवार वालों को समझा-बुझाकर बांड भरवाया गया कि जब तक लड़की बालिग नहीं होगी उसकी शादी परिवार वाले नहीं करेंगे. बताया जाता है कि फुलवारीशरीफ के गांव की लड़की की शादी एक 35 साल के लड़के से तय हुआ था. शादी के ठीक पहले ही लड़की अपने परिवार वालों को बिना बताये अपने प्रेमी के साथ फरार हो गयी. इस बात की जानकारी सामने आने पर लड़के वालों ने लड़की की छोटी बहन जो कि 12 वर्ष की है, से शादी का प्रस्ताव रखा, जिसे लड़की के माता-पिता ने मजबूरी में मान लिया और शादी के लिए तैयार हो गये. फुलवारीशरीफ बभनपुरा में शादी की तैयारी चल रही थी. इसकी जानकारी लड़की की बड़ी फरार बहन को मिली तो उसने अपनी एक दोस्त के जरिये इस बाल विवाह के बारे में एक सामाजिक संस्था को सूचना दी. एनजीओ बिहार लीगल नेटवर्क की हेड सविता अली को इसकी जानकारी मिलते ही हरकत में आ गयी. मौके पर फुलवारीशरीफ थाना अध्यक्ष मशहूद अहमद हैदरी दलबल के साथ पहुंच गये. थाना अध्यक्ष ने बताया कि नाबालिग लड़की की शादी को उसके पिता माता को समझा बुझा कर रोका गया और बांड भरवाया गया. लड़के वालों को भी बरात समेत वापस कर दिया गया.
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