संजीव सिंह, रांची
राज्य के 17 राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज को स्टेट ऑफ द आर्ट संस्थान के रूप में विकसित किया जायेगा. उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग ने इस क्रम में सभी पॉलिटेक्निक कॉलेज में नये भवन के निर्माण और जीर्णोद्धार का निर्णय लिया है. उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग का मानना है कि राज्य खनिज संसाधनों से भूरपूर और धनी है, लेकिन यहां के छात्र-छात्राओं को तकनीकी शिक्षा पाने के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं मिलने से उन्हें तकनीकी क्षेत्र में पूर्णरूपेण सफलता प्राप्त करने में कठिनाई होती है. प्रथम चरण में विभाग ने राजकीय पॉलिटेक्निक/राजकीय महिला पॉलिटेक्निक कॉलेज में एक हजार विद्यार्थियों की क्षमता को ध्यान में रखकर एआइसीटीइ मानक के अनुसार आधारभूत संरचना का विकास करने का निर्णय लिया है. इसके तहत कॉलेज में एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक, एकेडमिक ब्लॉक, हॉस्टल ब्लॉक, रेसिडेंसियल ब्लॉक, लाइब्रेरी ब्लॉक, 500 लोगों के बैठने की क्षमता वाला ऑडिटोरियम, स्टूडेंट रिसोर्स सेंटर, स्पोर्ट्स फैसिलिटी, ग्रीन एरिया और रेन वाटर हार्वेस्टिंग आदि का विकास करना है.महिला पॉलिटेक्निक दुमका के लिए 41.63 करोड़ स्वीकृत
प्रथम चरण में विभाग ने महिला पॉलिटेक्निक दुमका में छात्राओं को पर्याप्त सुविधाएं देने का निर्णय लिया है. इसके तहत कॉलेज को स्टेट ऑफ द आर्ट के तौर पर विकसित करने के लिए पुराने भवनों का जीर्णोद्धार करने तथा परिसर में नये भवन के निर्माण का निर्णय लिया गया है. जिससे कॉलेज को एनबीए से एक्रिडिएशन पाने में आसानी हो सके. कॉलेज के लिए विभाग ने 41 करोड़ 63 लाख 91 हजार रुपये की स्वीकृति दी है. इस राशि में न्यू प्रिंसिपल रेसिडेंस के लिए 44 लाख 36 हजार 595 रुपये, लाइब्रेरी के लिए सात करोड़ 28 लाख 98 हजार 424 रुपये, 500 क्षमता के ऑडिटोरियम के लिए पांच करोड़ 84 लाख 75 हजार 980 रुपये, 700 बेड के गर्ल्स हॉस्टल के लिए 16 करोड़ 30 लाख 65 हजार 724 रुपये, जीर्णोद्धार कार्य के लिए 96 लाख 62 हजार 653 रुपये और कैंपस डेवलपमेंट के लिए 28 लाख 61 हजार 758 रुपये आदि शामिल हैं.इनका होगा विकास
सूची में शामिल 17 राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेजों में जगन्नाथपुर, आदित्यपुर, भागा, रांची, खूंटी, निरसा धनबाद, सिमडेगा, कोडरमा, खरसांवा, दुमका, साहेबगंज, धनबाद, लातेहार, जमशेदपुर (महिला), रांची (महिला), बोकारो (महिला), दुमका (महिला) शामिल हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है