लातेहार. लातेहार पुलिस ने महिला की हत्या के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. रविवार को पुलिस मुख्यालय में एसडीपीओ अरविंद कुमार ने पूरे मामले का खुलासा किया. पुलिस के अनुसार गत 13 नवंबर की रात चौकीदार की ओर से सूचना दी गयी थी कि जवाहर नवोदय विद्यालय के समीप एक घर से धुआं निकल रहा है और कुछ जलने की बू आ रही है. सूचना के बाद पुलिस अवर निरीक्षक रंजन कुमार पासवान व सअनि चिंटू कुमार मौके पर पहुंचे. वहीं फायर ब्रिगेड की मदद से घर में लगी आग को बुझाया गया. इस क्रम में घर से एक महिला का अधजला शव मिला. महिला की पहचान सलिमा तिग्गा (पति-अरुण गिद्ध) के रूप में की गयी. मृतका महुआडांड़ थाना क्षेत्र के अंबाटोली की रहनेवाली थी. वह पिछले तीन साल से बारियातू के लखन साव के घर में किराये में रह रही थी. एसडीपीओ ने बताया कि अपराधियों ने पहले महिला की हत्या की, फिर साक्ष्य को छुपाने के उद्देश्य से शव को जलाने का प्रयास किया. इस संबंध में लातेहार में कांड संख्या 186/2024 बीएनएस की धारा 103 (1) 238 के तहत मामला दर्ज किया गया था. घटना के बाद पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर एसडीपीओ के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया. इसके बाद तकनीकी शाखा की मदद से लातेहार के कीनामाड़ निवासी धनंजय शुक्ला (33) उर्फ छोटू शुक्ला (पिता-उमाशंकर शुक्ला) एवं जागीर मनकेरी निवासी निशाल ठाकुर (28) पिता-किशुन ठाकुर गिरफ्तार किया गया. पुलिस के अनुसार पूछताछ में दोनों ने हत्या की घटना में शामिल होने की बात कबूली है. एसडीपीओ के अनुसार घटना के दिन सलीमा तिग्गा ने धनंजय शुक्ला और निशाल ठाकुर से मुर्गा, शराब और बीयर मंगायी थी. तीनों ने एक साथ खाया और पीया. खाने-पीने के क्रम में ही पैसे की लेन देन को लेकर सलीमा ने दोनों से बहस शुरू कर दी. मामला बढ़ने के बाद दोनों आरोपियों ने सलीमा तिग्गा को जमीन पर पटक दिया और घर में रखे सील-बट्टा से उसके सिर पर वार किया, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गयी. हत्या के बाद दोनों ने साक्ष्य छुपाने की नियत से पलंग में रखे गद्दा और कंंबल को ओढ़ाकर शव में आग लगा दी. इसके बाद दोनों वहां से फरार हो गये. पुलिस ने घटना में प्रयुक्त सील-बट्टा समेत एक बाइक (जेएच-19ए-4624) व दो मोबाइल बरामद किये गये हैं.
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