लोहरदगा.लोहरदगा जिला में नल -जल योजना में गड़बड़ी की शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. यह आरोप स्थानीय ग्रामीणों ने लगाया है. ग्रामीणों ने कहा है कि फर्जी कागजात के आधार पर कई लोगों ने काम ले लिया है. जिला में इस योजना के तहत कई ठेकेदारों को काम से ज्यादा भुगतान कर दिया गया है. काम अधूरा है. जो काम हुआ भी है, वह घटिया किस्म का है. भंडरा, पेशरार, किस्को, कैरो, कुड़ू एवं सेन्हा प्रखंड में गड़बड़ी की सूचना है. ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकारी जाते नहीं हैं. संवेदक इसी का फायदा उठा रहे हैं. करोड़ों का भुगतान बगैर काम पूरा किये कर दिया गया है. कुडू प्रखंड की जिप सदस्य गंगोत्री देवी ने तत्कालीन सचिव पेयजल एवं स्वच्छता विभाग से इसकी शिकायत की थी. उन्होंने बताया था कि यहां 200 फीट की जगह 100 से 120 फीट तक बोरिंग कर छोड़ दी गयी है. कई जगह पानी नहीं निकलने के बाद भी सोलर प्लेट लगा कर छोड़ दिया गया है. कई जगहों पर निर्माण कार्य अधूरा है. कई जगह जलमीनार के लिए सिर्फ ढलाई कर छोड़ दिया गया है. प्राक्कलन के अनुसार, जलमीनार का कार्य न होना एवं निम्न स्तर की सामग्री का उपयोग हुआ है. समय पर काम पूरा नहीं होना भी गड़बड़ी का संकेत है. मालूम हो कि पेयजल एवं स्वच्छता विभाग सरकार के तत्कालीन सचिव राजेश कुमार से मिल कर 26 जून 2024 को ज्ञापन सौंपा था. इसमें जल -जीवन मिशन के अंतर्गत एसभीएस क्लस्टर एवं एसभीएस योजनाओं में अनियमितता का जिक्र किया गया है. हालांकि, गड़बड़ियों की जांच में केंद्रीय टीम भी कुड़ू प्रखंड का दौरा कर चुकी है, लेकिन अब तक कार्रवाई नहीं हुई है. किस्को और पेशरार प्रखंड में भी गडबड़ी हुई है. ग्रामीणों को पानी मिला भी नहीं है, लेकिन करोड़ों का भुगतान कर दिया गया है. यही हाल चापानल मरम्मत की भी है. इसमें बगैर काम के ही राशि का भुगतान कर दिया गया है.
गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जायेगी : सांसद
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