प्रतिनिधि, बिंदापाथर सिमलडूबी पंचायत के चड़कमारा और बांदरनाचा के बाघमारा गांव में कार्तिक पूजा के अवसर पर पांच दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन किया गया. इस उत्सव को लेकर चड़कमारा, बाघमारा और आस-पास के पूरे क्षेत्र में उत्साह और भक्ति का माहौल है. शनिवार देर रात, चड़कमारा में पुरोहित रवींद्रनाथ झा और बाघमारा में आचार्य सह पंडित रोहित भारद्वाज व विष्णु कांत पंडा के सानिध्य में नजदीकी जलाशय से कलश भरा गया. भगवान कार्तिकेय की प्रतिमा और कलश स्थापना के बाद वैदिक मंत्रोच्चार के साथ धूप, दीप, फल, फूल और नैवेद्य अर्पित करते हुए विधिवत पूजा संपन्न की गयी. महाआरती के पश्चात उपस्थित श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद का वितरण किया गया. इस धार्मिक कार्यक्रम में ढाक और ढोल की मधुर ध्वनि के साथ महिला और पुरुष श्रद्धालुओं ने जयकारे लगाते हुए बढ़-चढ़कर भाग लिया. महिलाओं ने पूरे दिन उपवास रखकर पूजा-अर्चना की और सालभर सुख, समृद्धि, धन, वंश वृद्धि और शांति की कामना की. श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना के उपरांत मन्नतें मांगीं. पूरे गांव में इस पांच दिवसीय धार्मिक पर्व को लेकर भक्ति और उत्साह का माहौल बना रहा. इस अवसर पर बड़ी संख्या में महिला-पुरुष श्रद्धालु उपस्थित थे. श्रद्धालुओं और ग्रामीणों ने बताया कि भगवान कार्तिक की पूजा हमारे पूर्वजों द्वारा प्रारंभ की गयी परंपरा है, जो आज भी जारी है. हर वर्ष की भांति इस बार भी मंदिर प्रांगण में मेले का आयोजन किया गया है. आयोजन को सुचारु और शांतिपूर्ण बनाने के लिए विभिन्न सदस्यों के बीच जिम्मेदारियां सौंपी गयीं. इस अवसर पर ग्रामीण अजीत झा, जितेंद्र नाथ अधिकारी, सरोज झा, निरंजन अधिकारी, सुबल महतो, माणिक झा, चंद्रकांत झा, धीरज झा, छोटू झा, माधु, उज्ज्वल, बरूण और अन्य ग्रामीण उत्साहपूर्वक उपस्थित रहे.
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