गया. एंडोमेट्रियोसिस से पीड़िता को मासिक धर्म के दौरान दर्दनाक ऐठन, मासिक धर्म के दौरान या मासिक धर्म के बीच में पेट या पीठ में दर्द, मासिक धर्म के दौरान भारी रक्तस्राव या मासिक धर्म के बीच स्पॉटिंग, बांझपन, शौच या पेशाब करते समय दर्द, पेट की समस्याएं जैसे दस्त , कब्ज या सूजन हो सकता है. पहले इससे निबटारे के लिए इंजेक्शन दिया जाता था. पहली बार एंडोमेट्रियोसिस के लिए भारत सरकार ने इंजेक्शन के बदले ओरल टैबलेट के प्रयोग के लिए मंजूरी दी है. उक्त बातें मगध ऑब्स एंड गायनी सोसाइटी की ओर से एक विशेष सीएमइ कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि कोलकाता के शांतिनिकेतन मेडिकल कॉलेज के डॉ (प्रो.) अरूप कुमार मांझी ने कही. इसे डॉ मांझी ने गया में लाॅन्च किया. इस मौके पर कार्यक्रम के उद्घाटन के समय मोग्स संरक्षक डॉ (प्रो) रामाधार तिवारी, डॉ (प्रो) श्यामा रानी प्रसाद, अध्यक्ष डॉ मंजू सिन्हा, उपाध्यक्ष डॉ सुनीता शर्मा, क्लिनिकल सेक्रेटरी आदि मौजूद थे. कार्यक्रम में एंडोमेट्रियोसिस और प्लेसेंटा एक्रेटा स्पेक्ट्रम विषय पर गहन चर्चा की. मुख्य वक्ता ने कहा कि इससे पहले दर्द भरा इंजेक्शन बहुत दिनों तक लेना पड़ता था, इस कारण मरीज बीच में ही इलाज को छोड़ने पर मजबूर थी. अब एलबोलिक्स टैबलेट आ गयी है, इसलिए अधिक दिनों तक पूरा कोर्स करने में कठिनाई नहीं होगी. डॉ मांझी ने प्लेसेंटा एक्रेटा स्पेक्ट्रम पर स्त्री रोग विशेषज्ञों एवं पीजी छात्रों को भी अपने अनुभव को स्लाइड और वीडियो के माध्यम से साझा किया. जानकारी हो कि डॉ. माझी मेडिकल स्टूडेंट्स और पीजी स्टूडेंट्स के लिए कई प्रसिद्ध पुस्तकों के लेखक हैं, जिन्हें व्यापक रूप से मेडिकल कॉलेज में पढ़ा और सराहा गया है.
कार्यक्रम में ये रहे मौजूद
कार्यक्रम में डॉ जयश्री सिन्हा, डॉ मधुलिका नंद कुलियार, डॉ सुषमा सिन्हा, डॉ संगीता सिन्हा, डॉ अफसा सरताज, डॉ रेनू सिंह, डॉ प्रमिला भदानी, डॉ पल्लवी प्रिया, डॉ अनुपम कुमार चौरसिया, डॉ रूबी बॉस, डॉ प्रीति कुमारी, डॉ सुप्रिया गुप्ता, डॉ श्वेता रानी, डॉ संध्या कुमारी,एसोसिएट सदस्य डॉ प्रशांत नंद कुलियार,डॉ यूएस अरुण, डॉ अमरनाथ सिन्हा, डॉ सरताज अहमद, डॉ सुनीता शर्मा आदि मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है