बंजरिया. थाना क्षेत्र के फुलवार इलाके में बढ़ते अपराधिक घटनाओं को लेकर फुलवार में पुलिस टीओपी का स्थापना किया गया, उनमें पुलिस पदाधिकारी और जवानों की तैनाती भी की है. लेकिन लोकसभा चुनाव कराने के लिए पुलिस पदाधिकारी व जवान को टीओपी से क्लॉज कर दिया गया. इसके बाद चुनाव संपन्न होने के करीब 6 माह बीत जाने के बाद भी टीओपी बंद है. ग्रामीणों ने बताया कि बीते 01 मार्च को एएसपी शिखर चौधरी ने फुलवार टोओपी का उद्घाटन कर कार्य का शुरूवात किया था, जहां पुलिस अधिकारी व जवान रहकर कार्य भी कर रहे थे. इसी दौरान दो माह तक संचालित हुए पुलिस टीओपी से फुलवार इलाके में शराब बिक्री सहित अन्य आपराधिक घटनाएं में पुलिस गश्ती के कारण कमी आयी थी. बताया कि लोकसभा चुनाव के पहले से ही एक भी पदाधिकारी या सिपाही नहीं है. चुनाव संपन्न हुए इतना माह बीते जाने के बाद भी अभी तक पुलिस पदाधिकारी व जवानों का पदस्थापना नहीं किया गया है. मिली जानकारी के अनुसार बंजरिया थाने में भी पुलिस पदाधिकारी व जवानों के कमी के कारण टीओपी बंद है. फुलवार इलाके में घटनाएं घटित होने पर बंजरिया थाना पुलिस पहुंचती है तब तक अपराधी घटनाएं को अंजाम देकर फरार हो चुके रहते है.बंजरिया थानाध्यक्ष इंद्रजीत पासवान ने बताया कि फुलवार टीओपी के संबंधित मामले से जिले के वरीय अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है. पुलिस पदाधिकारी व जवानों का पदस्थापना के बाद कार्य सुचारु हो जाएगा.
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