जमशेदपुर. राम मंदिर बिष्टुपुर में रविवार को श्री सत्यनारायण पूजन का आयोजन हुआ. इसमें 230 जोड़े (पति-पत्नी) ने सामूहिक रूप से पूजा की. पूजन सामग्री आंध्रप्रदेश के अन्नवरणम स्थित श्रीवीरा वेंकट सत्यनारायण स्वामी वारी देवस्थानम से मंगायी गयी थी. नवग्रह उकेरे चकोर कपड़े पर चावल रखा गया. कलश के ऊपर पान और नारियल रखकर इसकी स्थापना की गयी. पूजा पर बैठी सभी जोड़ी को एक-एक तांबे का सिक्का दिया गया. जिस पर सत्यनारायण भगवान की आकृति उकेरी गयी थी. केला, पान, सुपाड़ी, हल्दी, कुमकुम, अक्षत, गंगाजल, बेलपत्र, फूल, दीया, अगरबत्ती आदि सामग्री भी दी गयी. साथ ही हल्दी से बनी गणपतिदेव की आकृति भी सभी को दी गयी. इस प्रकार मंत्रोच्चार के साथ पूजा शुरू हुई. तेलुगु व हिंदी दोनों भाषा में हुई पूजा सर्वप्रथम गणपति देव के आह्वान और पूजन के साथ अनुष्ठान का श्रीगणेश हुआ. गणपति देव की पूजा के बाद नवग्रह पूजा हई. इसके साथ सत्यनारायण पूजन शुरू हो गया. अन्नवरणम के देवस्थानम मंदिर के पुरोहित डी सत्यनारायणा की देखरेख में पूजन हुआ. वे मंत्रोच्चार कर रहे थे. पूजा पर बैठी सभी जोड़ी उसे दोहरा रही थी. इस दौरान सत्यनारायण स्वामी की कथा भी सुनायी गयी. पूजा तेलुगु और हिंदी दोनों भाषाओं में हुई. अंत में सभी भक्तों ने अपनी-अपनी जगह पर ही तीन बार परिक्रमा लगायी. पंक्तिबद्ध होकर भगवान सत्यनारायण के दर्शन किये और प्रसाद ग्रहण किया. नेवेद्यम के लिए आंध्र से आये थे कारीगर भगवान सत्यनारायण को खासकर दलिये का हलुआ चढ़ाया गया. इस विशेष नेवेद्यम को बनाने के लिए आंध्र प्रदेश से कारीगर पंडित आये थे. अंत में सभी श्रद्धालुओं के बीच महाप्रसाद का वितरण किया गया. कार्यक्रम मंदिर कमेटी के अध्यक्ष बीडी गोपाल कृष्णा की देखरेख में हुआ. इसमें डिप्टी प्रेसिडेंट जम्मी भास्कर, महासचिव दुर्गा प्रसाद, पूजा कमेटी के अध्यक्ष सीएच रमना सभी सभी की भागीदारी रही. मौके पर आंध्र एसोसिएशन के अध्यक्ष मेजर सत्यनारायण, एडीएल सोसाइटी के अध्यक्ष वाई ईश्वर राव, बाल गणपति विलास के वाईके शर्मा, विजय कुमार, वाई श्रीनिवास, गंगा मोहन, महेश राव, नानाजी, नागेश, चंद्रशेखर राव व अन्य मौजूद रहे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है