West Bengal : पश्चिम बंगाल में आज से एंटी-माइक्रोबियल रेजिस्टेंस यानी एएमआर पर जागरूकता सप्ताह शुरू हो रहा है. नाम है ‘माइक्रोबियल वर्ल्ड अवेयरनेस वीक 2024’. यह कार्यक्रम 24 तारीख तक चलेगा. हाल ही में राज्य सरकार ने एंटीबायोटिक दवाओं के अंधाधुंध उपयोग को रोकने के लिए स्वास्थ्य, पशु संसाधन विकास, वन, मत्स्य पालन सहित विभिन्न विभागों के समन्वय से एक एंटीबायोटिक नीति बनायी है.
एंटीबायोटिक दवाओं के उपयोग को लेकर जागरूकता की पहल
स्वास्थ्य भवन सूत्रों के अनुसार स्वास्थ्य विभाग की चालू वर्ष में इन विभागों के प्रमुखों के साथ कई बैठकें हो चुकी हैं. नीति बनाने का काम लगभग अंतिम चरण में है. स्वास्थ्य विभाग 22 नवंबर को स्वास्थ्य भवन के सभागार में दोबारा आपात बैठक करने जा रहे हैं. इस स्थिति में बंगाल सरकार ने राज्य भर में मनमाने ढंग से एंटीबायोटिक दवाओं के उपयोग को रोकने के लिए इस कार्यक्रम को चलाया है. इसके तहत राज्य ने आज से लगातार 7 दिनों तक सभी सरकारी अस्पताल परिसरों को नीली रोशनी में रोशन करने का फैसला किया है.
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सभी अस्पतालों के मुख्य द्वार पर बैनर फ्लेक्स लगाये जायेंगे
इसके अलावा, दवा प्रतिरोधी बैक्टीरिया के खतरों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए राज्य के मेडिकल कॉलेजों से लेकर राज्य के सभी अस्पतालों के मुख्य द्वार पर बैनर फ्लेक्स लगाये जायेंगे. इन 7 दिनों के दौरान किसी भी समय विभिन्न सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों, स्वास्थ्य कर्मियों, विभिन्न विभागों के कर्मचारियों और अधिकारियों की उपस्थिति में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित होंगे. विभिन्न स्तरों के स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और लोगों के बीच दवा प्रतिरोध के बारे में संदेश आसानी से पहुंचाने के लिए पर्चे बांटने पर भी जोर दिया गया है.