खूंटी.
विधानसभा चुनाव के मतगणना के लिए अब महज चार दिन शेष रह गये हैं. जैसे-जैसे दिन नजदीक आ रहा है प्रत्याशियों के दिलों की धड़कन बढ़ने लगा है. प्रत्याशियों के समर्थक और आम मतदाता भी हार-जीत को लेकर अनुमान लगा रहे हैं. अब जीत का ताज किसके सिर सजेगा यह तो 23 नवंबर को ही पता चलेगा. इसके बाद भी लोग अपने-अपने समीकरण का जोड़-घटाव कर रहे हैं. जब तक मतगणना नहीं होता है तब तक सभी उम्मीदवारों को अपनी जीत की उम्मीद है. सभी उम्मीदवार जीतने का दावा भी कर रहे हैं. माना जा रहा है कि विधानसभा चुनाव के नतीजों पर निर्दलीय प्रत्याशियों का रोल अहम होगा. उन्हें कितना वोट मिलेगा इससे दिग्गज प्रत्याशियों की चिंतायें बढ़ी हुई है. शहर के चौक-चौराहों पर हो रही चर्चा के अनुसार निर्दलीय प्रत्याशियों के कारण चुनाव परिणाम में असर देखने को मिल सकता है. सिर्फ निर्दलीय प्रत्याशी ही नहीं बल्कि कई छोटे राजनीतिक दलों के प्रत्याशी भी हार-जीत के परिणाम में उलटफेर कर सकते हैं. ज्ञात हो कि खूंटी विधानसभा क्षेत्र से 11 उम्मीदवार में से तीन और तोरपा विधानसभा क्षेत्र में 12 में से पांच उम्मीदवार निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है