प्रतिनिधि, सकराप्रखंड के सुस्ता गांव में चल रहे श्रीराम कथा ज्ञान महायज्ञ में सोमवार को प्रवचन करते हुए हेमलता शास्त्री ने कहा कि आज लोग ईश्वर पर विश्वास नहीं करते. जो लोग ईश्वर पर विश्वास करते हैं उनके आत्मबल, मनोबल एवं कार्यक्षमता में वृद्धि होती है. उन्होंने कहा कि जीवन में कभी अभिमान नहीं करना चाहिए. आज मनुष्य को अपनी गलती पर पछतावा नहीं होता है. इसके पीछे कारण है कि मनुष्य को लगता है कि वह गलत नहीं हो सकता है. कई बार बुद्धि-विवेक और ज्ञान के अभाव में भी मनुष्य को अपनी गलत बात सही नजर आने लगती है. अगर मनुष्य सच्चे मन और भक्तिभाव से ईश्वर पर कोई काम छोड़ देता है, तो वह अवश्य पूरा होता है. मनुष्य को सावन में शिव जी की पूजा करनी चाहिए. ऐसा करने से शिव जी मनुष्य की सभी मनोकामनाएं पूरी कर देते हैं. जो भी मनुष्य मन से महादेव की आराधना करते हैं, उसके सभी कष्ट, बाधाएं और परेशानियां दूर हो जाती हैं. मनुष्य को जीवन में वही काम करना चाहिए, जिससे लोगों का कल्याण होता है. मानव कल्याण ही जीवन का उद्देश्य होना चाहिए. यह वही राह है, जिस पर चलकर मनुष्य का उद्धार हो सकता है. अतः स्वयं को पहचानें और अपना जीवन दूसरों की भलाई में लगाकर सत्कर्म के भागीदार बनें. इस अवसर पर महायज्ञ के अध्यक्ष नीतेश ठाकुर, पूर्व सरपंच मनीष कुमार, मुखिया पति मनोज कुमार, देवेन्द्र ठाकुर, कमलदेव ठाकुर, अरुण पटेल उपस्थित थे.
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