प्रतिनिधि, उदाकिशुनगंज अहीर रेजिमेंट की मांग को लेकर अनुमंडल मुख्यालय में सोमवार को शौर्य यात्रा निकाली गयी. इस दौरान शहीदों को सदस्यों ने सामूहिक रूप से श्रद्धांजलि दी. वहीं शौर्य दिवस पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए स्वेत कमल उर्फ बौआ यादव ने कहा कि रेजांगला के वीर शहीदों और अहीर रेजिमेंट की मांग को लेकर आज शौर्य यात्रा निकाली गयी, जिसमे अनुमंडल के यादव समाज के लोग एकत्रित हुए हैं. उन्होंने कहा कि 1962 का यह युद्ध हमारी वीरता व राष्ट्र के प्रति हमारे समाज के योगदान को प्रदर्शित करता है. बहादुर जवानों की याद में हर वर्ष आज के ही दिन हम सब रेजांगला युद्ध की गाथा को शौर्य दिवस के रूप में मनाते है. उन वीर जवानों में अहीर जवानों ने भी अपने जान न्योछावर किया था. लगभग एक सौ वर्ष पुरानी अहीर रेजिमेंट की हमारी मांग आज भी अधूरी है. अहीर रेजिमेंट हमारा है. जिसे हम इसे लेकर रहेंगे. दुर्गा यादव ने कहा कि अहीर रेजिमेंट बनाने की मांग कई सालों से चल रही है. कई बड़े आंदोलन हो चुके हैं. उन्होंने कहा कि भारतीय सेना में अहीर समाज के लोगों का दबदबा रहा है. सबसे ज्यादा यादव समाज के जवान भारतीय सेना में शहीद हुए हैं, बावजूद उसके आज भी अहीर रेजिमेंट का हक नहीं दिया जा रहा है.
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