औरंगाबाद/अंबा. कम-जोत जमीन वाले खेतिहरों व बेरोजगार युवकों के लिए मशरूम की खेती वरदान साबित होगी. ये बातें एडीएम ललित भूषण ने कही. वे सोमवार को संयुक्त कृषि भवन औरंगाबाद में दो दिवसीय मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण का उद्घाटन कर रहे थे. उन्होंने कहा कि सरकार मशरूम उत्पादन पर जोर दे रही है. इसके लिए नित्य नये-नये प्रयोग किए जा रहे हैं.कार्यक्रम का उद्घाटन एडीएम के साथ डीएचओ डॉ श्रीकांत कुमार व डीईओ रामईश्वर प्रसाद ने संयुक्त रूप से किया. डीएचओ ने कहा कि सरकार के वागवानी मिशन के तहत मशरूम उत्पादन का दो दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है. मंगलवार की शाम में प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण का प्रमाण पत्र दिया जायेगा. किसान अपने घरों में या फिर बाहर में झोंपड़ी लगाकर मशरूम उत्पादन कर सकते है. इसके लिए 75 प्रतिशत तक अनुदान का प्रावधान है. अधिकारियों ने बताया कि मशरूम शाकाहारी पौष्टिक आहार विटामिन से भरपूर है. प्रशिक्षण में जिले के विभिन्न क्षेत्रों के 150 महिला व पुरुष किसान शामिल हुए. मौके पर डीडीएम सुशील कुमार, एलडीएम आनंद वर्धन, पौध संरक्षण के एडीपीपी रॉकी रावत, रसायन के एडीसी डॉक्टर दीपक कुमार, कृषि अभियंत्रण, भूमि संरक्षण के एडीएससी मंटू कुमार, बीएचओ रजनीश कुमार,आशुतोष कुमार सक्सेना आदि थे. अधिकारियों ने लोगो को आहार के रूप में मशरूम खाने के फायदे भी गिनाये.
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