गोड्डा जिले में मलेरिया ने एक बार फिर से अपना भयावह रूप दिखाना शुरू कर दिया है. पोड़ैयाहाट के कुंडादह गांव में मलेरिया से एक और आदिवासी महिला की मौत हो गयी है. मृतका होपनमय मुर्मू पिछले दो-तीन दिनों से गंभीर रूप से बीमार थीं. रविवार को उन्हें सरकारी एंबुलेंस के माध्यम से सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया था. जांच में पता चला कि महिला पीएफ और पीवी मलेरिया पॉजिटिव थीं और अत्यधिक बुखार से पीड़ित थीं. सोमवार दोपहर इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी. मृतक के परिवार ने शव को ले जाने के लिए अस्पताल प्रबंधन से सरकारी वाहन की मांग की, लेकिन देर शाम तक महिला का शव अस्पताल में ही पड़ा रहा. सुंदरपहाड़ी के डमरू गांव की तीन वर्षीय प्रिया हांसदा भी मलेरिया से गंभीर रूप से बीमार है. प्रिया के परिवार ने बताया कि उनके गांव में मलेरिया तेजी से फैल रहा है और कई घर इसकी चपेट में आ गये हैं. बच्ची की हालत बिगड़ने पर उसे बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया, जहां इमरजेंसी वार्ड में उसका उपचार जारी है. इसी क्षेत्र के जीतपुर गांव के जादू मुर्मू को भी मलेरिया के इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. सुंदरपहाड़ी और आसपास के इलाकों में मलेरिया का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है.पिछले साल सुंदरपहाड़ी व बोआरीजोर में
मलेरिया से गयी हैं जानें :
स्वास्थ्य विभाग मलेरिया की रोकथाम और उससे होने वाली मौतों को रोकने के लिए सतर्क है. हालांकि, संक्रमण की रफ्तार पर काबू पाने में अब तक सफलता नहीं मिल पायी है. गौरतलब है कि पिछले साल भी सुंदरपहाड़ी और बोआरीजोर प्रखंड में मलेरिया का भयंकर प्रकोप देखने को मिला था. आधे दर्जन मौतों के बाद जिला प्रशासन हरकत में आया था और बड़े पैमाने पर जांच अभियान चलाया गया था. उस समय दुमका कमिश्नर और गोड्डा डीसी जिशान कमर ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया था. इस दौरान कई मलेरिया रोगियों की पहचान की गयी थी. कुछ को स्थानीय स्तर पर ही इलाज मिला, जबकि गंभीर मामलों को गोड्डा रेफर किया गया. वर्तमान में भी सुंदरपहाड़ी और बोआरीजोर में प्रतिदिन 20-30 मलेरिया रोगी सामने आ रहे हैं. उन्हें दवाएं दी जा रही हैं और इलाज के लिए उचित निर्देश दिये जा रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है