Jharsuguda News: केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने रविवार को महानदी कोल फील्ड्स लिमिटेड (एमसीएल) की सीएसआर गतिविधि के तहत चालू की गयी ‘एक पहल’ का उद्घाटन किया. जिला प्रशासन और एमसीएल की ओर से आयोजित संयुक्त कार्यक्रम में श्री प्रधान ने कहा कि राज्य सरकार स्कूलों को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है. झारसुगुड़ा में कक्षा 10वीं से 12वीं तक के छात्रों को करियर काउंसलिंग और जीवन कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए सरकार ने अपने बजट में मध्याह्न भोजन के विस्तार और स्कूलों को बेहतर बनाने पर जोर दिया है. एमसीएल की यह ‘एक पहल’ राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनइपी) के अनुसार छात्रों का मार्गदर्शन करने की दिशा में एक ईमानदार प्रयास है. उन्होंने कहा कि ओडिशा कुशल लोगों का राज्य है और युवाओं के कौशल और उद्यमशीलता को बढ़ाने के उद्देश्य से यह कदम उठाया गया है.
14,962 छात्रों की होगी करियर काउंसलिंग
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत झारसुगुड़ा जिले के लगभग 14,962 छात्रों को करियर काउंसलिंग दी जायेगी. उन्होंने कहा कि इस परियोजना का उद्देश्य व्यावहारिक सलाह के साथ उनके लिए एक उज्ज्वल भविष्य का निर्माण करना है. करियर परामर्श मंच न केवल छात्रों को रोजगार के अवसर तलाशने में मदद करेगा, बल्कि एक औद्योगिक रूप से समृद्ध झारसुगुड़ा के विकास में भी सहायता करेगा. इस अभिनव कार्यक्रम के माध्यम से, झारसुगुड़ा के छात्रों की आशाओं और आकांक्षाओं को पूरा किया जा सकता है और उनके भविष्य को बेहतर बनाने के लिए एक योजना बनायी जा रही है. उन्होंने आगे कहा कि देश में एनइपी लागू की जा रही है. राज्य सरकार ने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एनइपी को लागू करने का फैसला किया है. केंद्र के पीएम श्री स्कूल की तरह सभी पंचायतों में मॉडल स्कूल स्थापित करने के लिए राज्य सरकार अपनी खुद की गोदावरीश मिश्र आदर्श प्राथमिक विद्यालय योजना शुरू करने जा रही है. बाल दिवस पर, राज्य सरकार ने एक अभिनव पहल ‘डोकन मेला’ का आयोजन किया, जिसका उद्देश्य बच्चों के उद्यमशीलता कौशल को निखारना था.
जिला प्रशासन से छात्रों के एक्सपोजर विजिट की योजना बनाने का किया आग्रह
झारसुगुड़ा को उद्यमियों का जिला बताते हुए श्री प्रधान ने कहा कि बच्चों को इसके अनुसार खुद को तैयार करना चाहिए. उन्होंने जिला प्रशासन से छात्रों के लिए जिले के ऐतिहासिक स्थलों के अलावा खदानों और उद्योगों के लिए एक्सपोजर विजिट की योजना बनाने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि झारसुगुड़ा जिला शिक्षा के माध्यम से एक अग्रणी क्षेत्र बनना चाहिए. मंत्री ने ‘पठन पर्व’ की सराहना की, जिसे झारसुगुड़ा के छात्रों में पढ़ने की आदत डालने के उद्देश्य से दो महीने के लिए आयोजित किया गया था. उन्होंने कहा कि छात्रों में पढ़ने के प्रति रुचि पैदा करना राष्ट्रीय शिक्षा नीति का उद्देश्य है. उन्होंने कहा कि स्मार्ट इंडिया के निर्माण की दिशा में जिला प्रशासन की ओर से यह एक नेक प्रयास है. राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी, बरगढ़ के सांसद प्रदीप पुरोहित और झारसुगुड़ा के विधायक टंकधर त्रिपाठी मौजूद रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है